Baba Siddiqui Murder: बाबा सिद्दीकी का शव पोस्टमार्टम के लिए कूपर अस्पताल ले जाया गया
मुंबई, 13 अक्टूबर (भाषा)
Baba Siddiqui Murder: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी का शव पोस्टमार्टम के लिए मुंबई नगर निगम के कूपर अस्पताल ले जाया गया। एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस बाबा सिद्दीकी (66) का शव सुबह करीब छह बजे लीलावती अस्पताल से कूपर अस्पताल ले गई।
सिद्दीकी को मुंबई के खेर नगर में रात करीब 9.30 बजे उनके बेटे के कार्यालय के बाहर तीन लोगों ने गोली मार दी। उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि निर्मल नगर में कोलगेट मैदान के पास बाबा सिद्दीकी के बेटे एवं विधायक जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर हुई इस घटना के तुरंत बाद दो लोगों को गिरफ्तार किया गया।
विपक्ष ने चौका देने वाली इस घटना के बाद राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े गए। राज्य में संभवत: अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं। कांग्रेस के पूर्व नेता सिद्दीकी (66) को लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी मौत हो गई।
तीन बार किया बांद्रा (पश्चिम) सीट का प्रतिनिधित्व
बाबा सिद्दीकी ने विधानसभा में तीन बार बांद्रा (पश्चिम) सीट का प्रतिनिधित्व किया था। मुंबई के एक प्रमुख मुस्लिम नेता सिद्दीकी को कई बॉलीवुड सितारों के करीबी के रूप में भी जाना जाता था।
घटना की निंदा
उपमुख्यमंत्री एवं राकांपा प्रमुख अजित पवार ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक शोक संदेश में, इस हमले को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताया। पवार ने कहा, ‘‘मैं यह जानकर स्तब्ध हूं कि इस घटना में उनकी मौत हो गई।'' उन्होंने कहा कि उन्होंने एक अच्छा दोस्त और सहयोगी खो दिया है। पवार ने कहा, ‘‘हमने एक ऐसे नेता को खो दिया है, जिन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय के लिए लड़ाई लड़ी और धर्मनिरपेक्षता की वकालत की।''
उन्होंने कहा कि हमले की गहन जांच की जाएगी। इससे पहले, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक फणसलकर ने उन्हें जानकारी दी है कि दो कथित शूटर को हिरासत में लिया गया है। मुख्यमंत्री ने टेलीविजन चैनलों को बताया कि उनमें से एक उत्तर प्रदेश और दूसरा हरियाणा से है, जबकि तीसरा आरोपी मौके से भाग गया।
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस घटना के कुछ देर बाद लीलावती अस्पताल पहुंचे। फडणवीस के पास गृह विभाग का भी प्रभार है। सिद्दीकी इसी साल राकांपा में शामिल हुए थे। विभिन्न दलों के नेताओं ने सिद्दीकी की मौत पर शोक जताया और विपक्षी दलों के कुछ नेताओं ने महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिंता व्यक्त की।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "दुख की इस घड़ी में मैं उनके (सिद्दीकी के) परिवार, मित्रों और समर्थकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।'' खड़गे ने कहा, ‘‘न्याय सुनिश्चित किया जाना चाहिए और वर्तमान महाराष्ट्र सरकार को गहन और पारदर्शी जांच का आदेश देना चाहिए। दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए। जवाबदेही सर्वोपरि है।''
राकांपा (शरदचंद्र पवार) के नेता शरद पवार ने कहा कि बिगड़ती कानून व्यवस्था चिंताजनक है। पवार ने गृह मंत्री फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि यह भी चिंताजनक है कि स्थिति को इतनी हल्के ढंग से लिया जा रहा है। शरद पवार ने ‘एक्स' पर लिखा कि सत्तारूढ़ पार्टी को घटना की जिम्मेदारी लेते हुए और सत्ता छोड़ देनी चाहिए।
महाराष्ट्र विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट ने कहा कि ‘वाई' श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त एवं सत्तारूढ़ पार्टी के नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जो कानून व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करता है। शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि यह घटना चौंकाने वाली है। ठाकरे ने कहा, ‘‘यह महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था की स्थिति को दर्शाता है। प्रशासन, कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है।''
सिद्दीकी के करीबी मित्र और राकांपा के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि उनके पास कहने के लिए शब्द नहीं हैं। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि उन्होंने सिद्दीकी के साथ उस समय काम किया था, जब वे दोनों कांग्रेस में थे। उन्होंने कहा कि यह खबर स्तब्ध कर देने वाला है। कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि वह ‘‘युवा कांग्रेस के दिनों के प्रिय मित्र रहे'' सिद्दीकी की मौत से स्तब्ध हैं।