Ayurvedic Remedies: दादी मां के नुस्खे, रोग तुरंत खिसके
चंडीगढ़, 16 दिसंबर (ट्रिन्यू)
Ayurvedic Remedies: हमारी रसोई में, घर में व आसपास मौजूद मसाले व फल कई रोगों को दूर रखने के अलावा उनमें राहतकारी भी हैं। इनमें से ज्यादातर रोजमर्रा में खाये जाते हैं लेकिन साथ-साथ औषधीय गुणों से युक्त हैं। जानिये इनके बारे में :
1. रोगों का वैद्य आंवला
आंवला एक ऐसा फल जो कई बड़े-बड़े रोगों का डाक्टर माना गया है। बेशक यह तासीर में ठंडा होता है। आयुर्वेद में इसे वात, पित्त व कफ को सम करने वाला माना गया है। त्रिफला आंवले से ही बनता है। आवला के लाभ कई हैं। आंवला खाने से स्मरण शक्ति बढ़ती है, और यह शरीर में आयरन की कमी को पूरा करता है। इसलिए आंवले का उपयोग हानि नहीं करता ।
2. नमक बड़े काम का
हाथ जल जान पर नमक का पानी ठंडक पहुंचाता है, एक गिलास पानी में 100 ग्राम नमक डालकर घोल बना लीजिए, इसे शीशी में भरकर रख लें, जल जाने पर तुरंत लगा सकते हैं।
3. छोटी सी राई बड़े काम आई
राई की मालिश : लकवे के रोगी के लिए राई उपयोगी है। दरअसल राई का तेल मिले तो उसकी मालिश बहुत उपयोगी है।
4. एलोवेरा
एलोवेरा आपकी त्वचा को टैनिंग से बचाता है। इसलिए चेहरे, गर्दन और हाथों पर इसका रस लगाएं।
5. सोयाबीन
सोयाबीन बहुत ही स्वस्थ्यवर्धक होता है। सोयाबीन से बने दही, दूध आदि के सेवन से बच्चों का कद व वजन बढ़ता है।
नोट: इन प्राकृतिक औषधियों का उपयोग करते समय सावधानी बरतें और किसी भी संदेह की स्थिति में चिकित्सक या वैद्य की सलाह जरूर लें।
प्रस्तुति: सुदर्शन