Ayodhya Ram Mandir : ताजमहल नहीं अयोध्या का राम मंदिर बना नंबर वन टूरिस्ट डेस्टिनेशन, कभी बाबर ने कर दिया था ध्वस्त
चंडीगढ़, 2 जनवरी (ट्रिन्यू)
हाल ही में एक अपडेट अनुसार अयोध्या का राम मंदिर ताजमहल को पीछे छोड़कर उत्तर प्रदेश का शीर्ष पर्यटक आकर्षण बन गया है। राम मंदिर अब 2024 में राज्य का सबसे अधिक देखा जाने वाला स्थल है। इसके पीछे का कारण मुख्य रूप से आध्यात्मिक पर्यटकों की बढ़ती संख्या है। जाहिर है, राम मंदिर का उद्घाटन पिछले साल जनवरी माह में ही हुआ था।
अयोध्या का राम मंदिर बना नंबर वन टूरिस्ट डेस्टिनेशन
रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी से सितंबर 2024 तक अयोध्या में 135.5 मिलियन घरेलू पर्यटक और 3,153 अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक आए। यह धार्मिक पर्यटन में उल्लेखनीय 70 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है, जो राम मंदिर में भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह से प्रेरित है। मंदिर के खुलने के साथ ही शहर को बढ़ावा मिला और न केवल भारत बल्कि दुनिया भर से भक्तों को आकर्षित करना शुरू कर दिया। विशेषज्ञों का यह भी अनुमान है कि यह गति और भी तेज होगी, खासकर जनवरी 2025 में मंदिर की वर्षगांठ समारोह के दौरान।
भगवान राम का जन्म स्थल
अयोध्या को भगवान राम का जन्म स्थान माना जाता है। इस कारण इसे भारत के सबसे पवित्र स्थलों में गिनते है। राम मंदिर सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है। अयोध्या राम मंदिर का इतिहास 11वीं शताब्दी का है, जब इसे मूल रूप से भगवान राम को समर्पित करने के लिए बनाया गया था। यह मंदिर सदियों तक पूजा का एक प्रतिष्ठित स्थान रहा, जो भक्ति और आस्था का प्रतीक है।
सम्राट बाबर ने करवाया मस्जिद का निर्माण
हालांकि, 16वीं शताब्दी में मुगल काल के दौरान सम्राट बाबर ने उस स्थान पर बाबरी मस्जिद के निर्माण का आदेश दिया था जहां पहले से ही राम मंदिर मौजूद था। एक लंबे समय तक चलने वाला धार्मिक और सांस्कृतिक विवाद हुआ जो सदियों तक जारी रहा। भूमि के स्वामित्व को लेकर असहमति दो समुदायों के बीच विवाद का केंद्र बन गई, जिससे कानूनी लड़ाई और सामाजिक तनाव पैदा हो गया।
2019 में कोर्ट ने सुनाया ऐतिहासिक फैसला
साल 2019 में जब भारत के सुप्रीम कोर्ट ने लंबे समय से चले आ रहे अयोध्या भूमि विवाद पर ऐतिहासिक फैसला सुनाया, तो मामले में महत्वपूर्ण मोड़ आया। कोर्ट ने विवादित स्थल पर अयोध्या मंदिर के निर्माण की अनुमति दी। इस स्थान के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को स्वीकार किया, जिसके बाद यहां राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरु किया गया।
चाहे अयोध्या हो या ताजमहल, उत्तर प्रदेश पर्यटन खूब फल-फूल रहा है। जनवरी से सितंबर 2024 तक 476.1 मिलियन पर्यटकों ने यहां का दौरा किया। पर्यटकों की संख्या में यह बढ़ोतरी राज्य को 2023 में देखे गए 480 मिलियन आगंतुकों को पार करने की राह पर ले जाती है।