राम के बिना अयोध्या की कल्पना नहीं : कोविंद
अयोध्या, 29 अगस्त (एजेंसी)
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को यहां श्री राम जन्म भूमि परिसर में रामलला के दर्शन किए और कहा कि भगवान राम के बिना अयोध्या की कल्पना नहीं की जा सकती। राम नगरी पहुंचे राष्ट्रपति ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा अन्य की उपस्थिति में एक रामायण संगोष्ठी की शुरुआत की। कोविंद ने हनुमान गढ़ी मंदिर में भी पूजा-अर्चना की। उन्होंने कहा कि अयोध्या तो वही है जहां राम हैं। राष्ट्रपति ने विश्वास व्यक्त किया कि अयोध्या नगरी भविष्य में मानव सेवा का उत्कृष्ट केंद्र बनेगी और सामाजिक समरसता का उदाहरण पेश करते हुए शिक्षा एवं शोध का प्रमुख वैश्विक केंद्र भी बनेगी।
उन्होंने कहा कि रामायण संगोष्ठी की सार्थकता सिद्ध करने के लिए यह आवश्यक है कि राम कथा के आदर्शों को सभी लोग अपने आचरण में ढालें। सभी मानव एक ईश्वर की संतान हैं, यह भावना सभी में निहित हो, यही इस आयोजन का उद्देश्य है। अपने संबोधन में अपने नाम का जिक्र करते हुए कोविंद ने कहा, मुझे लगता है कि जब मेरे परिवार में मेरे माता-पिता और बुजुर्गों ने मेरा नामकरण (रामनाथ) किया होगा तो उन सबमें भी संभवतः राम कथा और राम के प्रति वही श्रद्धा और अनुराग का भाव रहा होगा जो सामान्य लोक मानस में देखा जाता है।
हर किसी में देखें राम-सीता
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि हमें हर किसी में राम और सीता को देखने की कोशिश करनी चाहिए। राम सभी के हैं और राम सभी में हैं। इस स्नेहपूर्ण विचार के साथ अपने दायित्व का पालन करें। राम कथा ताली की ध्वनि है, जो संशय को दूर कर देती है। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा भी मौजूद रहे।