साइबर ठगी से बचने के लिए जागरूकता जरूरी
राजेश शर्मा/हप्र
फरीदाबाद, 19 जनवरी
देशभर में बढ़ रहे साइबर ठगी से बचने के लिए संचार साथी आपकी मदद करेगा। नेट पर उपलब्ध ये पोर्टल आपके खातों में रखी रकम से लेकर मोबाइल नंबर तक की जानकारी एक क्लिक पर देने में सक्षम है।
पुलिस आयुक्त राकेश आर्य ने शुक्रवार को पोर्टल के बारे में जानकारी देते हुए यह कहा। उन्होंने कहा कि साइबर ठगी से बचने के लिए जागरुकता से बेहतर कोई उपाय नहीं है।
पुलिस आयुक्त राकेश आर्य ने शुक्रवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया इंटरनेट, सोशल मीडिया व मोबाइल फोन कॉल पर साइबर अपराधी केवल एक चूक होने के इंतजार में बैठे हैं। आपकी जरा सी लापरवाही बैंक खाता खाली करने के लिए काफी है।
साइबर अपराधी टेलीग्राम टास्क, निवेश, कस्टमर केयर अधिकारी बनकर, लोन दिलाने सहित अन्य तरीकों से लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। साल 2023 में पुलिस ने 183 केस दर्ज किए जिसमें से 117 को सुलझाते हुए 423 आरोपी गिरफ्तार किए गए। आरोपियों से 5.38 करोड रुपये बरामद किए गये। इसके अलावा 2.71 करोड 19 हजार रुपये बैंकिंग चैनलों में रुकवाकर शिकायतकर्ताओं को वापिस दिलाई गई हैं।
‘संचार साथी पोर्टल में ये करेंगे आपकी मदद’
टफ्कॉन: इस पोर्टल के माध्यम से किसी भी उपभोक्ता के नाम से कितने मोबाइल नंबर जारी हो रखे हैं, इसके बारे में पता किया जा सकता है।
सीईआईआर: इस पोर्टल के माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपने गुमशुदा फोन को ब्लॉक करा सकता है।
केवाईएम (नो योर मोबाइल)
इस पोर्टल के माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल हैंडसेट के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है।
एम आधार: इस पोर्टल के माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपनी बायोमेट्रिक लॉक करके ठगी से बच सकता है।
3.75 करोड़ की ठगी
फरीदाबाद पुलिस द्वारा जारी आंकडों के मुताबिक जनवरी के 15 दिन में 19 शिकायतें प्राप्त हुई, जिनमें करीब 3.73 करोड़ रुपए की ठगी हो चुकी है। शिकायतों में 46 प्रतिशत शिकायत टेलीग्राम टास्क व 25 प्रतिशत निवेश के नाम पर ठगी से जुडी हैं।
ये सावधानियां जरूरी
अनजान व्हाट्सएपए टेलीग्राम व अन्य सोशल मीडिया ग्रुप में ना जुडें। अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी के साथ सांझा ना करें। संदिग्ध मैसेज, ईमेल व कॉल का उत्तर नही देना चाहिए। मोबाइल फोन, लैपटॉप या पीसी में ऐसी ऐप्लिकेशन डाउनलोड नही करें जिससे डिवाइस को रिमोट द्वारा कंट्रोल किया जा सके।
देश में 49 हॉट स्पॉट
कई राज्यों में साइबर अपराधियों का हॉट स्पॉट चिन्हित किया गया है। राजस्थान के भरतपुर क्षेत्र के 49 हॉट स्पॉट, झारखंड जामताड़ा में 5, महाराष्ट्र में 5 व दिल्ली में 7 साइबर अपराध हॉट स्पॉट पाए गए हैं। साइबर पुलिस ने यहां 2726 मोबाइल नंबर बंद कराए हैं।