Austria Attack : मौन से शोक मनाता ऑस्ट्रिया... स्कूल में हुई गोलीबारी का कारण खोजने में जुटी पुलिस
ग्राज (ऑस्ट्रिया), 11 जून (एपी)
Austria Attack : ऑस्ट्रिया के एक स्कूल में हुई गोलीबारी में 10 लोगों की मौत पर देशवासियों ने बुधवार को एक मिनट का मौन रखकर शोक मनाया। इस हमले को अंजाम देने वाले बंदूकधारी ने बाद में आत्महत्या कर ली। हालांकि, इस गोलीबारी को अंजाम देने की उसकी मंशा अब भी अस्पष्ट है।
ऑस्ट्रिया ने द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद देश में सबसे बड़े हमले के बाद तीन दिवसीय राष्ट्रीय शोक की घोषणा की। पूरा ऑस्ट्रिया एक दिन पहले स्कूल में हुई गोलीबारी की घटना के शोक में बुधवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 10 बजे थम सा गया। इस बीच, ऑस्ट्रिया की पुलिस ने बताया कि जांचकर्ताओं को संदिग्ध हमलावर के घर की तलाशी के दौरान एक विदाई पत्र और एक निष्क्रिय पाइप बम मिला।
संदिग्ध हमलावर की उम्र 21 साल है और वह देश के दूसरे सबसे बड़े शहर ग्राज के नजदीक रहता था। वह बोर्ग ड्रेयर्सचुटजेन्गेस्से हाई स्कूल का पूर्व छात्र था, जिसने अपनी पढ़ाई पूरी नहीं की थी। पुलिस ने कहा है कि उसने दो हथियारों- एक शॉटगन और एक हैंडगन का इस्तेमाल किया, जो उसने कानूनी रूप से प्राप्त की थीं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने स्वीकार किया कि मंगलवार रात को पत्र मिला था। हालांकि, उन्होंने कहा कि पत्र के आधार पर वे किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाए हैं। ऑस्ट्रिया के गृह मंत्रालय के जन सुरक्षा निदेशक फ्रांज रुफ ने ओआरएफ नामक सरकारी टेलीविजन चैनल को बताया, ‘‘एनालॉग और डिजिटल फॉर्म में एक विदाई पत्र मिला है। वह पत्र में अपने माता-पिता को अलविदा कह रहा है। लेकिन विदाई पत्र से हमले की मंशा का संकेत नहीं मिला है और यह जांच का विषय है।''
यह पूछे जाने पर कि क्या हमलावर ने पीड़ितों पर अचानक हमला किया था या उन्हें विशेष रूप से निशाना बनाया था, रुफ ने कहा कि इसकी भी जांच चल रही है और वह इस पर अटकलें नहीं लगाना चाहते। ग्राज के मुख्य चौक पर बुधवार को शोक मनाने के लिए सैकड़ों लोग जमा हुए। कुछ लोगों ने सिटी हॉल के सामने मोमबत्तियां और फूल रखकर अपनी संवेदना व्यक्त की। यह इमारत पीड़ितों की याद में एक और स्मारक बन गई।
राजधानी वियना में स्थानीय परिवहन प्राधिकरण ने ट्राम, सबवे ट्रेन और बसों को एक मिनट के लिए रोक दिया। ग्राज स्थित अस्पताल के अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि हमले में घायल सभी मरीजों की हालत स्थिर हैं जिनमें से नौ अब भी गहन देखभाल इकाइयों में हैं। उन्होंने बताया कि एक मरीज के चेहरे पर घाव और दूसरे को घुटने पर लगी चोट के लिए सर्जरी की जरूरत है, जबकि अन्य दो को समान्य वार्ड में भर्ती किया गया है।