बिना उचित आधार के इलेक्शन ड्यूटी कटवाने के प्रयास से नौकरी पड़ सकती है खतरे में !
जींद, 2 मई (हप्र)
अगर आप सरकारी अधिकारी और कर्मचारी हैं। आपकी लोकसभा चुनाव में इलेक्शन ड्यूटी लगी है, और आप किसी तरीके से इलेक्शन ड्यूटी कटवाने के प्रयास में हैं तो सावधान! इससे नौकरी पर भी बन सकती है। कारण यह है कि जो भी कर्मचारी, अधिकारी इलेक्शन ड्यूटी कटवाने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में आवेदन करेगा, उसका आवेदन का कोई मेडिकल आधार नहीं मिला, तो उसके विभाग अध्यक्ष को ऐसे अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा। यह बड़ा फैसला जींद के डीसी और जिला निर्वाचन अधिकारी मोहम्मद इमरान रजा ने लिया है। दरअसल जब से कर्मचारियों और अधिकारियों की 25 मई को होने वाले लोकसभा चुनाव में इलेक्शन ड्यूटी लगी है, तभी से कुछ अधिकारी और कर्मचारी इलेक्शन ड्यूटी से अपना नाम कटवाने के फेर में हैं। इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी के पास बड़ी संख्या में आवेदन आए हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने इस तरह के आवेदनों की बड़ी संख्या को देखते हुए फैसला लिया है कि जो कर्मचारी इलेक्शन ड्यूटी देने में समर्थ हैं, उसकी इलेक्शन ड्यूटी किसी भी सूरत में नहीं कटेगी। कर्मचारियों और अधिकारियों को इलेक्शन ड्यूटी बजानी ही होगी। अगर कोई अधिकारी या कर्मचारी किसी क्रॉनिक बीमारी का शिकार है और मेडिकल आधार पर इलेक्शन ड्यूटी करने के लिए अनफिट है तो उनकी जांच मेडिकल बोर्ड से करवाई जाएगी। मेडिकल बोर्ड जिस कर्मचारी या अधिकारी को इलेक्शन ड्यूटी के अयोग्य घोषित कर देता है, तो केवल उसी की ड्यूटी कटेगी।
जिला निर्वाचन अधिकारी मोहम्मद इमरान रजा के अनुसार अगर किसी अधिकारी या कर्मचारी ने बिना किसी उचित आधार के अपनी इलेक्शन ड्यूटी कटवाने का आवेदन किया, तो उस कर्मचारी या अधिकारी के विभाग अध्यक्ष को पत्र लिखकर ऐसे अधिकारी या कर्मचारी को नौकरी के अयोग्य करार देते हुए कड़ी कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा।