हलवारा हवाई अड्डे पर काम में तेजी लाने का मिला आश्वासन
लुधियाना, 29 नवंबर ( निस )
सांसद (राज्यसभा) संजीव अरोड़ा ने बृहस्पतिवार को नई दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और भारतीय वायु सेना (आईएएफ) द्वारा हलवारा हवाई अड्डे पर काम में तेजी लाने का अनुरोध किया। शुक्रवार को यहां यह जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि अपनी मुलाकात के दौरान उन्होंने रक्षा मंत्री को हलवारा हवाई अड्डे पर हवाई पट्टी के चल रहे रिलेइंग कार्य से अवगत कराया आईएएफ द्वारा किया जाता है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना हवाई अड्डे की परिचालन क्षमताओं को बढ़ाने और नागरिक उड्डयन गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने के लिए महत्वपूर्ण है। रक्षा मंत्री ने तत्काल कार्रवाई का आश्वासन दिया है और संबंधित अधिकारियों को काम में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने रक्षा मंत्री को आगे बताया कि वे इस परियोजना की प्रगति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और नियमित रूप से लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर, लुधियाना के एयरपोर्ट डायरेक्टर, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) के प्रतिनिधियों, भारतीय वायु सेना के अधिकारियों, राज्य लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और अन्य संबद्ध एजेंसियों के साथ साइट का दौरा और बैठकें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे सामूहिक प्रयासों के बावजूद, भारतीय वायुसेना की ओर से कुछ कार्य, स्वीकृतियां और औपचारिकताएं लंबित हैं, जिससे परियोजना के पूरा होने में देरी हो रही है। हवाई अड्डे के सिविल हिस्से में 100 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। भारतीय वायुसेना की ओर से लंबित कार्य पूरा होने के बाद हलवारा हवाई अड्डे का संचालन शुरू हो जाएगा। अरोड़ा ने रक्षा मंत्री से अनुरोध किया कि वे भारतीय वायुसेना के संबंधित अधिकारियों को आवश्यक स्वीकृतियां और औपचारिकताएं शीघ्रता से पूरा करने का निर्देश दें। इससे यह सुनिश्चित होगा कि हलवारा हवाई अड्डे पर सिविल संचालन जल्द से जल्द शुरू हो सकेगा, जिससे क्षेत्र की कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास को लाभ मिल सके।
इस बीच, अरोड़ा ने दोहराया कि हलवारा हवाई अड्डे में एक बार में 300 यात्रियों को समायोजित करने की क्षमता है। भविष्य में एयरपोर्ट के विस्तार का प्रावधान है। एक समय में दो बड़े आकार के विमान पार्क किए जा सकते हैं । एयरपोर्ट 161.28 एकड़ क्षेत्र में स्थापित किया जा रहा है। इस क्षेत्र में निर्मित टर्मिनल क्षेत्र 2,000 वर्ग मीटर है। भूमि को छोड़कर सिविल टर्मिनल की कुल लागत लगभग 70 करोड़ रुपये है।