माता सीता की शिक्षाओं को जीवन में करें आत्मसात
जगाधरी, 13 फरवरी (हप्र)
बूड़िया क्षेत्र के गांव कनालसी में 18 वर्षों से श्री राम कथा का आयोजन हो रहा है। कथा वाचक ठाकुर विजेंद्र शास्त्री ने बृहस्पतिवार को कथा में श्रीराम जी के विवाह प्रसंग का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति शुरू से ही त्याग की मूर्ति रही है। मां सीता के जीवन से शिक्षा लेकर इन्हें आत्मसात करना चाहिए। विजेंद्र शास्त्री ने कहा कि जिसने सच्चे मन से रामनाम भज लिया उसका कल्याण हो गया।
ठाकुर विजेंद्र शास्त्री ने कहा कि राम कथा हमें जीवन के मूल्यों और आदर्शों को सिखाती है। ऐसे आयोजन हमें अपनी संस्कृति और सभ्यता का ज्ञान कराते हैं। प्रभु श्रीराम जैसा आज्ञाकारी पुत्र बनना चाहिए। इस अवसर पर अजब सिंह, अनुज कुमार, राणा किरणपाल सिंंह, राजुकमार और पंकज सिंह मौजूद रहे।
‘गाय की सेवा से मिलता है 100 तीर्थों का पुण्य’
फतेहाबाद (हप्र) : गाय की सेवा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है और धन-दौलत की प्राप्ति होती है। गौमाता की सेवा से घर में सुख-समृद्धि आती है। यह बात गांव रामसरा स्थित श्रीकृष्ण गौअनुसंधान पीठ गौशाला में आयोजित 7 दिवसीय संगीतमयी दिव्य गौ कथा एवं श्री नरसीकथा के दौरान कथावाचक पंडित भीखाराम शर्मा, रावतसर ने कही। गांव रामसरा में 11 फरवरी से 17 फरवरी तक दिव्य गौकथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा का शुभारंभ मंगल कलश यात्रा के साथ किया गया। ग्रामीणों को गाय का महत्व बताते हुए पंडित भीखाराम शर्मा ने कहा कि गाय सनातन धर्म की जननी है। कलयुग में गाय की सेवा करने से ही मनुष्य का कल्याण निश्चित है। गाय को साधन नहीं, साध्य समझे। गाय की सेवा करने से 100 तीर्थों का पुण्य प्राप्त होता है। इस अवसर पर गौशाला प्रधान विजय शर्मा, सरपंच पवन बंसल, धर्मवीर झाझड़ा, जगदीश, रोशन लाल मौजूद थे।