दिव्यांगों के लिए अष्टावक्र 2.0 लॉन्च
पलवल, 3 दिसंबर (हप्र)
विश्व विकलांगता दिवस पर पलवल के श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में दिव्यांगों के लिए ‘अष्टावक्र 2.0’ लॉन्च किया गया। स्क्रैप से बना यह ई व्हीकल दिव्यांगों के लिए सड़क से लेकर ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर चलने में मददगार होगा। इसे चार पहियों के साथ डिजाइन किया गया है ताकि यह खराब रास्तों पर भी संतुलित रहे। कुलपति डॉ. राज नेहरू और एनआईटी दिल्ली के डीन प्रोफेसर उज्ज्वल कल्ला ने ‘अष्टावक्र 2.0’ लॉन्च किया और इसे बनाने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी। इसे पलवल के श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में विद्यार्थियों ने डिजाइन और फेब्रिकेट किया है। इस पर 35 हजार रुपए की लागत आई है और यह अधिकतम 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ सकती है। यह रिवर्स भी चलने में सक्षम है ताकि दिव्यांग व्यक्ति को किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े। दिव्यांगों के लिए बनाए गए इस ई व्हीकल के लिए उत्सव फाउंडेशन ने 15 हजार रुपए की राशि दी है। प्रोफेसर उज्ज्वल कल्ला ने इस ई-व्हीकल को दिव्यांगों के लिए बहुत उपयोगी बताया और इसमें नए फीचर जोड़ने के महत्वपूर्ण सुझाव दिए। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने विद्यार्थियों से ई व्हीकल के क्षेत्र में नवाचार का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि यह उभरता क्षेत्र है और ई व्हीकल निर्माण के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। विद्यार्थी कंडम हुए पुराने वाहनों से इस तरह के प्रोजेक्ट तैयार कर सकते हैं। यह दिव्यांगों के लिए और आम व्यक्तियों के लिए भी सस्ते आए कारगर साबित होंगे।
क्या कहते हैं कुलपति
कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि इससे विद्यार्थियों को डिजाइनिंग से लेकर फेब्रिकेशन तक काफी कुछ सीखने को मिलता है। इससे उनको जॉब रेडी बनने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि डिसएबिलिटी शरीर में नहीं बल्कि दिमाग में होती है। हौसले के बल पर हम कुछ भी करने में सक्षम होते हैं। उन्होंने यह प्रोजेक्ट बनाने के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर गौरव और इसे बनाने वाले विद्यार्थियों दिलीप, विनय, अफसर, मोहित और संदीप को बधाई दी।