आशीष शर्मा जनसेवक नहीं, ठेकेदार है : मुख्यमंत्री
हमीरपुर, 2 जुलाई (निस)
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को हमीरपुर से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा के पक्ष में पांडवीं, ताल, रोहलवीं पट्टा, काला अंब, नाल्टी व अमरोह में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि निर्दलीय पूर्व विधायक आशीष शर्मा ठेकेदार हैं, जनसेवक नहीं। उन्होंने पूर्व भाजपा सरकार में 50 करोड़ रुपए का काम किया, जबकि कांग्रेस की 14 माह की सरकार में 135 करोड़ रुपए के ठेके ले लिए। सुक्खू ने कहा कि विधायक रहते वह मुझ से टेंडर मांगते रहे और लोगों से कहा कि मुख्यमंत्री काम नहीं कर रहे। निर्दलीय पूर्व विधायक की नीयत में खोट है इसलिए भाजपा के हाथों बिक गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमीरपुर का बिका हुआ पूर्व विधायक बीते साल जुलाई से ही सरकार गिराने का षड्यंत्र रचने में लगा था। हमारे पास इसके सबूत हैं, उसके खिलाफ केस दर्ज हो चुका है, ऑपरेशन लोटस में आशीष शर्मा भी मुख्य सूत्रधार था। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी अनेक खुलासे होंगे। ठेकेदार आशीष ने हमीरपुर जिला की खड्डों को खाली कर दिया है, बड़े पत्थर दिखते ही नहीं। एक नाम से दो-दो क्रशर चला रहे हैं, उन्हें जनता के कामों से कोई लेना-देना नहीं, वह क्रशर लगाने व टेंडर लेने की फाइलें उठाकर ही घूमते रहे, जनता के कामों की फाइलों को उठाकर मेरे पास आने का समय नहीं मिला। उन्होंने कहा कि हमीरपुर बस स्टैंड का शिलान्यास पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के समय हुआ, पूर्व जयराम सरकार में एक ईंट उसमें नहीं लगी, हमारी सरकार ने सत्ता में आने के बाद उसका काम तेजी से शुरू करवाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आशीष शर्मा ने सौदेबाजी के तहत इस्तीफा दिया, वह धरने पर इसलिए बैठे क्योंकि इस्तीफा मंजूर होने के बाद ही दूसरी किस्त मिलनी थी। किस्त तो मिल गई, लेकिन हिमाचल नहीं ला पा रहे, हमने बॉर्डर सील किए हुए हैं, उसकी रखवाली में बिके विधायकों की रातों की नींद हराम हो गई है। उनके नोटों से भरा दूसरा ब्रीफकेस प्रदेश की सीमा के अंदर नहीं आ पाएगा। अगर बैंकों में भी पैसा जमा कराया तब भी सरकार को तुरंत पता चल जाएगा। भाजपा को ईमान बेचने वाले विधायक अब बचने वाले नहीं हैं। आशीष शर्मा चुनाव में पैसा बांटे तो डबल लेना, चूंकि वह पैसा आपका ही है, जो उसने भ्रष्टाचार करके कमाया है। मैं राजनीतिक बुराई का अंत करने की लड़ाई लड़ रहा हूं, इसमें मुङो हिमाचल की जनता का साथ चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुष्पेंद्र वर्मा ईमानदार उम्मीदवार हैं। इन्हें जिताकर भेजिए हमीरपुर की तकदीर व तस्वीर बदल जाएगी। इस दौरान तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी, विधायक सुरेश कुमार, चंद्रशेखर, कैप्टन रणजीत सिंह, विवेक शर्मा, केसीसी बैंक चेयरमैन कुलदीप पठानिया, एआईसीसी पर्यवेक्षक राकेश मिश्र, राजकुमार, एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष छतर सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष नरेश ठाकुर, पंचायत प्रधान मधु बाला, उपप्रधान मनजीत ठाकुर इत्यादि मौजूद रहे।
सीएम सुक्खू झूठ बोलने की मशीन : आशीष
भाजपा प्रत्याशी आशीष शर्मा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा उन पर लगाये आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि अफसोस की बात है कि मुख्यमंत्री सुक्खू झूठ बोलने की मशीन बन चुके हैं, जबसे उन्होंने सत्ता संभाली है तब से मुख्यमंत्री केवल झूठ बोल रहे हैं। एक तरफ राहुल गांधी ने देशभर में मोहब्बत की दुकान चला रखी है और दूसरी तरफ मुख्यमंत्री ने झूठ की दुकान खोल रखी है। उन्होंने कहा ‘न मैंने टेंडर मांगा, न मुझे टेंडर मिला और अब तो सीएम की प्रतिशोध की राजनीति के चलते मेरे चले चलाए व्यापार भी बंद हो गए हैं।’ सीएम सुक्खू ने सभी विधायकों को परेशान कर रखा है, किसी का रास्ता रुकवा देते हैं तो किसी के चालान करवा देते हैं। एक विधायक के तो सीएम ने एक ही दिन में 52 लाख के चालान करवा दिए, यह है सीएम का असली चेहरा। आशीष ने कहा कि सीएम ऑफिस से लेकर सभी विभाग, केसीसी बैंक भ्रष्टाचार का अड्डा बन के रह गया है। प्रदेश में उदासीन वातावरण है, आमजन के काम नहीं हो रहे हैं, अपितु केवल प्रदेश में अगर काम हो रहे हैं तो सीएम के मित्रों के काम हो रहे है। मित्रों का टोला प्रदेश में हावी है, गाड़ी, बंगला और खर्चा अगर किसी को मिल रहा है तो केवल सरकार के मित्रों को मिल रहा है। भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश में ऐसे नेताओं को कैबिनेट रैंक बांट रखा है जिन नेताओं प्रधान तक का चुनाव भी नहीं लड़ा न जीता। कौन है वो सरकार के मित्र जनता सवाल पूछ रही हैं।