अरविंद केजरीवाल ने मोहन भागवत को लिखा पत्र, BJP को लेकर RSS से पूछे कई सवाल
नयी दिल्ली, 1 जनवरी (भाषा)
Kejriwal's letter to Bhagwat: आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) को पत्र लिखकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर दिल्ली में मतदाताओं के नाम मतदाता सूची (Voter List) से हटाने और पैसे बांटने का आरोप लगाया।
केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) से पहले आरएसएस प्रमुख को लिखे पत्र में कई सवाल उठाए हैं। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने भागवत से पूछा कि क्या आरएसएस भाजपा द्वारा किए गए "गलत कामों" का समर्थन करता है?
उन्होंने पूछा कि क्या आरएसएस वोट खरीदने के लिए भाजपा नेताओं द्वारा खुलेआम पैसे बांटे जाने और भगवा पार्टी द्वारा “बड़े पैमाने पर” पूर्वांचली (Purvanchali) व दलित (Dalit) वोटरों के नाम मतदाता सूची से हटाने का समर्थन करता है?
भाजपा ने 'आप' और केजरीवाल पर दिल्ली में कथित तौर पर अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या (Rohingyas) व बांग्लादेशियों (Bangladeshis) को दस्तावेज मुहैया कराकर और पैसे बांटकर चुनाव में वोट बैंक (Vote Bank) के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। बता दें, 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा के चुनाव फरवरी में होने की संभावना है।
भागवत को पत्र लिखने के बजाय आरएसएस से सेवा भाव सीखें केजरीवाल: भाजपा
वहीं, भाजपा ने केजरीवाल से कहा कि मीडिया का ध्यान आकृष्ट करने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत को पत्र लिख ‘राजनीतिक चाल' चलने के बजाय उन्हें इस स्वयंसेवी संगठन से ‘सेवा की भावना' सीखनी चाहिए।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि आरएसएस प्रमुख को लिखी केजरीवाल की चिट्ठी और कुछ नहीं बल्कि मीडिया का ध्यान आकृष्ट करने की कोशिश है। यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए त्रिवेदी ने केजरीवाल से कहा, ‘‘संघ (आरएसएस) से सीखिए। पत्र मत लिखिए।''
उन्होंने कहा कि आरएसएस से संबद्ध सेवा भारती भारत का ‘सबसे बड़ा संगठन' है जो झुग्गियों में रहने वाले दलितों सहित अन्य लोगों के कल्याण के लिए काम करता है। उन्होंने कहा, ‘‘सेवा की भावना सीखिए ऐसे संगठनों से (आरएसएस और उससे जुड़े संगठनों से)। ऐसे राजनीतिक चाल मत चलिए।''