प्रदेश में कला को मिला नया आयाम : गजेंद्र फौगाट
रोहतक, 25 नवंबर (हप्र)
स्थानीय वैश्य कॉलेज सभागार में हरियाणा कला परिषद, उत्तर क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र व वैश्य कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में हरियाणवी उत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में लोक विरासत, विलुप्त होती लोक कलाओं का उत्सव मनाया गया। कार्यक्रम में उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, पटियाला से कार्यक्रम अधिकारी राजेश बख्शी भी पहुंचे। कार्यक्रम का संयोजन वैश्य कॉलेज के प्राचार्य संजय गुप्ता ने किया। कला परिषद के अतिरिक्त निदेशक व मुख्यमंत्री के ओएसडी गजेंद्र फौगाट ने बताया कि प्रदेश में लोक कला को जीवंत रखने के लिए मुख्यमंत्री नायब सैनी ने अनेक आदेश जारी किए हैं। उत्सव का आयोजन वैश्य कोलेज के ऑडिटोरियम में किया गया। कार्यक्रम में मुख्यतिथि के रूप में वैश्य शिक्षण संस्था के उपप्रधान दीपक जिंदल व बतौर विशिष्ट अतिथि राजेन्द्र बंसल, श्याम लाल गर्ग और डॉ. चंद्र गर्ग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत में जंगम जोगी सत नारायण के दल द्वारा शिव विवाह प्रस्तुति दी गई। इसके बाद सुभाष नगाड़ा ने बहरे तबील, आल्हा और वंदे मातरम् प्रस्तुति अपने नगाड़ा वादन के माध्यम से दी। वैश्य कॉलेज के प्रधानाचार्य संजय गुप्ता ने बांसुरी वादन के माध्यम से अपनी उत्कृष्ट कला का प्रदर्शन किया।
करनाल से शालिनी के ग्रुप ने खोड़िया नृत्य के माध्यम से वाहवाही बटौरी। साहिब सिंह के दल ने लोक कला में उधम सिंह के किस्से से रागनी गायन में प्रस्तुति दी। रामबीर नाथ ने बीन के माध्यम से अपनी कला का प्रदर्शन किया। रवि सांपला ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया। कामिल ने फाग नृत्य से समा बांध दिया। गजेंद्र फौगाट ने कहा कि कार्यक्रम में युवाओं को उनकी प्रतिभा निखारने के अवसर प्रदान किए गए। ऐसी कलाएं जिनको आज सामाजिक सहयोग नहीं मिल पाता, उन्हें जीवंत रखे हुए कलाकारों को आर्थिक सहायता के साथ साथ मंच प्रदान करना भी कला परिषद का प्रयास है।