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आवक तेज, उठान धीमा गेहूं से अटी अनाज मंडियां

08:09 AM Apr 18, 2024 IST
पानीपत की अनाज मंडी में बुधवार को पड़ी गेहूं की बोरियां। -हप्र
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पानीपत, 17 अप्रैल (हप्र)
जिले की अनाज मंडियों और खरीद केंद्रों पर गेहूं की आवक तेज हो गई, जबकि उठान कार्य धीमा है। फड़ों पर खरीदी गेहूं की बोरियां रखी हैं और मंडियों में किसानों द्वारा पहले से सुखाया गेहूं पड़ा है। इसके चलते अब किसानों को मजबूरी में अपनी गेहूं मंडी के रास्ते में ही उतारनी पड़ रही हैं। गेहूं से पानीपत अनाज मंडी अटी पड़ी है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार गेहूं में अभी नमी की मात्रा ज्यादा है और इसके पूरी तरह सुखने में अभी दो-चार दिन का समय लगेगा।
अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के जिला प्रधान धर्मबीर मलिक ने कहा कि आढ़तियों की मांग है कि गेहूं के उठान कार्य में तेजी लाई जाये, ताकि मंडियों में किसानों को अपनी फसल डालने के लिए जगह मिल सके। सरकार ने गेहूं की फसल का भुगतान 72 घंटे में करने का दावा किया है लेकिन जब तक गेहूं की बोरियां गोदामों में नहीं रखी जाती, तब तक किसानों को पेमेंट नहीं होगी। उठान में देरी होने पर यदि गेहूं की बोरियां का वजन कम होता है तो उस घटती का आढ़ती जिम्मेवार है। इतनी तो आढ़ती को आढ़त भी नहीं मिलती, जितना उसका गेहूं का वजन कम होने पर नुकसान हो जाता है। उठान करने वाले ठेकेदार संजय गुलिया ने बताया कि मंगलवार से उठान में तेजी आई है। मंडी के लिये 30 गाड़ियां लगानी थी पर अब 50 गाड़ियां लगा दी है। बाबरपुर मंडी से तो 60 प्रतिशत गेहूं का उठान हो चुका है। पानीपत मंडी में उसकी अभी भी 15 गाड़ियां खड़ी हैं, कई आढती पहले किसान की आई गेहूं की फसल का तोल करवाते हैं और बाद में गाड़ी लोड करवाते हैं। ठेकेदार ने दावा किया कि गेहूं का उठान तेज कर दिया गया है और अब किसी को कोई दिक्कत नहीं आयेगी।

कलायत में फसल डालने के लिए नहीं बची जगह

कलायत (निस) : अनाज मंडी गेहूं से लबालब हो गई है। बुधवार दोपहर तक 4 लाख क्विंटल से अधिक गेहूं की आवक हुई है। मंडी में जगह उपलब्ध नहीं होने के चलते व्यापारियों ने किराए पर प्लाटों और खेतों लेकर फसल वहां डलवा रहे हैं। गेहूं, सरसों, कपास के लिए अनाज मंडी में कोई जगह नहीं है। मंडी एसोसिएशन प्रधान सुरेंद्र नंबरदार, उपप्रधान पूर्व प्रधान रिषीपाल कोलेखां व विजेंद्र सहारण समेत कई व्यापारियों ने बताया कि कलायत अनाज मंडी 20 एकड़ में बनी है। मंडी का दायरा कम होने के कारण फसल डालने के लिए मंडी से बाहर जमीन किराए पर लेनी पड़ती है।

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सुचारु रुप से चल रहा खरीद कार्य: मुख्य सचिव

कुरुक्षेत्र अनाज मंडी में अधिकारियों को दिशा निर्देश देते मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद। -हप्र

कुरुक्षेत्र (हप्र) : मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने कहा कि गेहूं के सीजन में सभी मंडियों में फसल खरीद कार्य सुचारु रुप से चल रहा है। मंडियों में व्यापारियों और किसानों की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जा रहा है। फसल की राशि का भुगतान भी नियमानुसार कर दिया जाएगा। थानेसर अनाज मंडी, ब्रह्मसरोवर के पास गेहूं व पिपली अनाज मंडी में गेहूं की आवक का उन्होंने निरीक्षण किया और अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये और यह बात कही। मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने थानेसर अनाज मंडी में किसानों से बातचीत की और गेहूं की कटाई से लेकर मंडी तक पहुंचने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली। उपायुक्त ने कहा कि खरीद केन्द्रों पर 15 अप्रैल तक खरीद एजेंसियां ने 1 लाख 14 हजार 537 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है, जिसमें से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 62572 एमटी, हैफेड द्वारा 51040 एमटी, हरियाणा वेयर हाउसिंग द्वारा 871 व ट्रेडर्स द्वारा 54 एमटी गेहूं की खरीद की गई है।

बीच रास्ते में गेहूं डालने पर 7 आढ़तियों को नोटिस

कैथल (हप्र) : अनाज मंडियों में उठान धीमा होने से किसान और आढ़ती परेशान है। शहर की विस्तार अनाज मंडी भी गेहूं से लबालब हो चुकी है। विस्तार अनाज मंडी में तुलाई के बाद गेहूं को बोरियों में तो डाला जा रहा है, लेकिन इन बोरियों का समय पर उठान न होने के चलते यह खुले आसमान के नीचे पड़ी है। ट्रांसपोर्ट नगर में बनाए गए खरीद केंद्र में भी कोई व्यवस्थाएं नहीं है। बीच रास्ते में गेहूं डालने पर कमेटी ने अब तक सात आढ़तियों को नोटिस दिए हैं। मार्केट कमेटी सचिव बसाऊ राम ने बताया कि मंडी में व्यवस्थाएं बनाने के लिए वे और उनकी टीम लगातार काम कर रही हैं। जिले में अब तक चार लाख मीट्रिक टन गेहूं की आवक हो चुकी है, लेकिन इसमें से अभी तक दो लाख 29 हजार 694 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है। उधर, व्यापारी नेता बजरंग गर्ग ने अनाज मंडी का दौरा किया और कहा कि मंडियों में 30 लाख एमटी टन गेहूं आ चुका है, जबकि उठान 10 प्रतिशत तक भी नहीं हुआ है।

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