पराली जलाने वाले किसानों को गिरफ्तार, ब्लैकलिस्ट करना तुगलकी फरमान : विक्रम कसाना
कैथल, 2 दिसंबर (हप्र)
भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) की हलका स्तरीय बैठक किसान भवन पूंडरी में भाकियू जिलाध्यक्ष गुरनाम सिंह फरल व हलका प्रधान रणधीर बरसाना की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक का संचालन युवा जिलाध्यक्ष विक्रम दुसैण ने किया। बैठक के बाद युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना एडवोकेट के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन व नारेबाजी करते हुए तहसील कार्यालय पहुंच कर तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
बैठक को संबोधित करते हुए भाकियू युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना ने मौजूदा भाजपा सरकार को किसान विरोधी करार देते हुए कहा कि किसानों द्वारा पराली जलाए जाने पर दो साल तक उसकी फसल एमएसपी पर न खरीदना व एफआईआर दर्ज करना भाजपा सरकार का किसान विरोधी होने का सबूत है। भाकियू सरकार के इस किसान विरोधी तुगलकी फरमान की कड़े शब्दों में निंदा करती है।
इस बैठक ढांड ब्लाक प्रधान पिरथी कौल, ओमप्रकाश चदंलाना, राजेश पूंडरी, सतपाल पूंडरी, हरजिन्द्र हाबडी, रामपाल मुंदडी, बलविंदर हजवाना, सुभाष बरसाना, शीलू बाकल, नरेंद्र फरल, सजय म्यौली, सतपाल गयोगं, आशू कौल, सुनील गोलन, विनोद बरसाना, निर्मल फरल, भीम खनौदा, बबली कौकत, ओम प्रकाश बरसाना, स्वर्ण सिंह फरल सहित सैकड़ों किसान उपस्थित थे।
किसानों के खिलाफ एफआईआर रद्द करने की मांग
जिलाध्यक्ष गुरनाम सिंह फरल ने कहा कि भाकियू (चढ़ूनी) सरकार मांग करती है कि जिले में जिन किसानों पर पराली जलाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है, उसको तत्काल प्रभाव से रद्द करने के साथ सरकार द्वारा किसानों के खिलाफ जारी किया गया तुगलकी फरमान भी वापिस लिया जाए, नहीं तो भाकियू सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरने पर विवश होगी।