‘दृश्य’ में तैयार हो रही महिला ड्रोन पायलटों की फौज
रमेश सरोए/हप्र
करनाल, 21 दिसंबर
कृषि क्षेत्र बदलाव की ओर बढ़ रहा है, खेती किसानी में नवीनतम तकनीकों का उपयोग तेजी से बढ़ा है। केंद्र, राज्य सरकारें भी चाहती है कि कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी में इजाफा हो। बदलाव की शुरुआत हरियाणा के करनाल शहर में स्थापित ड्रोन इमेजिंग एंड इन्फॉरमेशन सर्विसिज ऑफ हरियाणा सेंटर (दृश्य) से हुई है। जहां पर महिलाओं को कृषि ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग दी जा रही है, ऐसी ट्रेनिंग देने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य बन गया है। जहां पर महिला ड्रोन पायलटों की फौज तैयार की जा रही है, जो आने वाले दिनों में कृषि ड्रोन पायलट बनकर कृषि क्षेत्र में खेती, रिसर्च एंड डेवलपमेंट, मेडिकल सहित सिविल और डिजास्टर मैनेजमेंट में ड्रोन के साथ काम करती नजर आएंगी।
10 जिलों से चयनित महिलाएं ले रही प्रशिक्षण : दृश्य पर प्रदेश के 10 जिलों से चुनी गई महिलाओं को ड्रोन उड़ाने और डाटा एनालिसिस करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा 500 कृषि ड्रोन पायलट तैयार करने की मंजूरी दी जा चुकी हैं, जिसका सारा खर्च कृषि एवं किसान कल्याण विभाग हरियाणा द्वारा वहन किया जाएगा। केंद्र सरकार ने 2025 तक 1261 करोड़ की राशि स्वीकृत की हैं, जो खर्च की जाएगी।
महिलाएं बन सकेंगी सफल उद्यमी
डॉ. सतेंद्र यादव ने बताया कि महिलाओं का कृषि क्षेत्र में उतना योगदान नहीं है, जितना पुरूषों का माना जाता है। इस अवधारणा को महिलाएं आधुनिक तकनीक अपनाकर तोड़ेगी। उन्होंने कहा कि महिलाएं कृषि ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग लेकर आत्म निर्भर बनेंगी साथ ही सफल उद्यमी बनेंगी। दूसरों के लिए रोजगार के अवसर सृजित करेंगी। उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग के दौरान महिलाओं को ड्रोन उड़ाना, रिपेयर करना, रखरखाव आदि से लेकर अन्य ड्रोन से संबंधित सभी नियम कायदों के बारे में अवगत कराया जाएगा। 8 दिन का कोर्स रहेगा, स्वयं सहायता समूह के लिए 80 प्रतिशत सब्सिडी सरकार द्वारा दी जाएगी।
15 हजार स्वयं सहायता समूह को ट्रेनिंग
दृश्य के कृषि ड्रोन के मुख्य प्रशिक्षक डॉ. सतेंद्र यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री का विजन है कि कृषि में भी महिलाओं के योगदान को और बढ़ाए। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 500 कृषि ड्रोन पायलट तैयार करने का निर्णय लिया है। देशभर में करीब 15 हजार स्वयं सहायता ग्रुप को कृषि ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग उपलब्ध करवानी है। इसके लिए बजट को मंजूरी मिल चुकी है। महिलाओं के सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाएंगे, ड्रोन के लिए ड्रोन दीदी, ड्रोन पायलट नाम से कोर्स रखे गए हैं।