हथियार तस्कर भानु सिसोदिया ने दोस्तों संग की थी हत्या
मोहाली, 14 अक्तूबर (हप्र)
एंटी गैंगस्टर टॉस्क फोर्स (एजीटीएफ) ने मोहाली पुलिस के साथ एक अभियान के दौरान सुभाष उर्फ सोहू की सनसनीखेज हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। गत 8 अक्तूबर को राजस्थान के संगरिया में दो अज्ञात व्यक्तियों ने सुभाष उर्फ सोहू की सिर में पांच गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। आरोपियों को डेराबस्सी से गिरफ्तार किया गया था, जिन्होंने पूछताछ के दौरान इस बात का खुलासा किया है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी राजस्थान के हथियार आपूर्तिकर्ता ही हत्यारे निकले। उन्होंने कहा कि यह खुलासा राजस्थान के तीन हथियार आपूर्तिकर्ताओं भानु सिसोदिया, मोहम्मद आसिफ और अनिल कुमार की गिरफ्तारी में की गई कड़ी जांच और लगातार की गई कार्रवाई के बाद हुआ है। सभी आरोपी राजस्थान के बालोतरा जिले के रहने वाले हैं।
एजीटीएफ और मोहाली पुलिस की टीम ने शुक्रवार को गैंगस्टर नवजोत सिंह उर्फ जोता के साथ आरोपियों को डेराबस्सी से दो पिस्टल और आठ कारतूसों की डिलीवरी का प्रयास करते समय गिरफ्तार किया था। आरोपी नवजोत उर्फ जोता विदेशी हैंडलर पवित्र यूएसए और मनजिंदर फ्रांस का मुख्य गुर्गा है और उसके खिलाफ संगीन अपराधों के 21 से अधिक मामले दर्ज हैं। गिरफ्तार चारों आरोपी फिलहाल डेराबस्सी थाने में पुलिस रिमांड पर हैं।
पूछताछ में सामने आया कि मास्टरमाइंड भानु सिसोदिया ने फरवरी 2024 में अपने सहयोगी अनिल लेगा की हत्या का बदला लेने के लिए हत्या की योजना बनाने की बात कबूल की है। उन्होंने बताया कि आरोपी मोहम्मद आसिफ और अनिल कुमार ने हत्या को अंजाम देने में हैंडलर के तौर पर अहम भूमिका निभाई थी।
एसएसपी दीपक पारिक ने बताया कि राजस्थान के रहने वाले तीनों आरोपियों ने खुलासा किया है कि उन्होंने नवजोत सिंह जोता से अपराध में इस्तेमाल किए गए हथियारों के बदले में एक लाख रुपये या पंजाब में उनके लिए सुरक्षित ठिकाने का सौदा किया था। उन्होंने बताया कि ये हथियार मध्य प्रदेश से खरीदे गए थे। उन्होंने बताया कि इस हत्याकांड में कुछ और लोगों की भूमिका सामने आ रही है। इस मामले में शामिल बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए राजस्थान पुलिस से संपर्क किया गया है। आरोपियों के खिलाफ डेराबस्सी थाने में मामला दर्ज किया गया था।