Anushka Shankar: अनुष्का शंकर का बर्लिन में सामान खोया, उधार के मिजराब से दी शानदार प्रस्तुति
नयी दिल्ली, 4 अक्टूबर (भाषा)
बर्लिन में प्रस्तुति से पहले सितार वादक अनुष्का शंकर के लिए उस समय मुश्किल स्थिति पैदा हो गई जब उनका सामान हवाई अड्डे पर खो गया जिसमें उनका मिजराब, कपड़े, मेकअप और अन्य सामान था। ऐसे में सोशल मीडिया उपयोगकर्ता उनकी मदद के लिए आगे आए और उन्हें ‘बर्लिन फिलहारमोनिक' में प्रस्तुति के लिए आवश्यक सामान मुहैया कराया।
शंकर अपने यूरोप दौरे की अंतिम प्रस्तुति के लिए बुधवार को बर्लिन में पहुंचीं तो उनका सामान खो गया जिसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर ‘केएलएम रॉयल डच एयरलाइंस' को टैग करते हुए लिखा, 'मदद करें!!! क्या बर्लिन में कोई सितार बजाता है, क्या किसी के पास मिजराब है जो मुझे आज रात मेरे शो के लिए इसे उधार दे सकता हो? क्या किसी के पास ऐसे सुंदर कपड़े हैं जो मैं उधार लेकर प्रस्तुति के दौरान पहन सकूं? फिर से सामान खो गया है।'
Help!!! Anyone in Berlin play sitar and have mizrabs I can borrow for my show TONIGHT?! And any clothes smarter than my super casual travel gear?! Lost baggage strikes again! @KLM
— Anoushka Shankar (@ShankarAnoushka) October 2, 2024
क्या होता है मिजराब
मिजराब सितारवादकों द्वारा सितार बजाने के लिये उंगली में पहना जाने वाला एक छल्ला होता है। सितार वादक पंडित रविशंकर की पुत्री अनुष्का की वेबसाइट के अनुसार, 43 वर्षीय संगीतकार जर्मनी, नीदरलैंड और बेल्जियम के दौरे पर थीं। अनुष्का के मदद मांगते ही सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोगों ने सहायता की पेशकश की।
तस्वीर इंस्टाग्राम पर शेयर की
अनुष्का का कन्सर्ट बिना किसी दिक्कत के पूरा हुआ और सफल रहा जिसके बाद उन्होंने सितार थामे और काले रंग की पोशाक पहने अपनी एक तस्वीर सोशल मीडिया मंच ‘इंस्टाग्राम' पर साझा की। उन्होंने उन्हें मिजराब उपलब्ध कराने वाले सौरभ शेखर वर्मा एवं मदद की पेशकश करने वाले अन्य लोगों को धन्यवाद दिया।
दिन उथल-पुथल भरा रहा
लंदन में रहने वाली अनुष्का ने कहा, ' हमारे दौरे का आखिरी दिन बर्लिन में उतरने के बाद से ही कितना उथल-पुथल भरा रहा। विमान कंपनी ने मेरा सूटकेस खो दिया जिसमें मिजराब और ‘इन ईयर मॉनिटर' समेत मेरी सितार किट, शो के लिए मेरे सभी कपड़े और मेकअप था। दिन की शुरुआत बहुत ही खराब रही।'
उन्होंने लिखा, 'खैर कोई बात नहीं, क्योंकि बेहद उथल-पुथल भरे दिन के बीच हमने किसी भी तरह एक मिजराब एवं मेकअप का जुगाड़ किया और हाउसफुल शो के लिए प्रस्तुति दी। (शुक्र है कि मेरे निजी बैग में रात में भोजन के दौरान पहनी जा सकने वाला एक अच्छा ‘डिनर गाउन' था)।'