डबल इंजन की सरकार किसान विरोधी
गुरुग्राम, 28 जून (हप्र)
पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बुधवार को किसानों का आह्वान किया कि वे देश की समस्याओं के समाधान के लिए मोदी सरकार को पलट दें। अपने आप समाधान हो जाएगा। उन्होंने हरियाणा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार किसान विरोधी है। उन्होंने मानेसर में किसानों की पंचायत को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने किसानों से कहा कि वे प्रदर्शन तो करें, लेकिन भूख हड़ताल न करें। इससे समस्या बिगड़ जाती है। मलिक और अन्य नेताओं ने अहीर रेजिमेंट की मांग का भी समर्थन किया। जिसके लिए पिछले एक साल से धरना-प्रदर्शन हाे रहा है।
राकेश टिकैत ने केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा कि इस सरकार का इलाज करना ही बेहतर होगा। अब इस सरकार से अपनी मांगों के बारे में बात करना किसी भी तरह उचित नहीं है। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे अपनी मांगों के लिए अड़े रहें और कुछ निर्णायक फैसले करें। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने भी किसानों की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार घमंड में चूर है। इसका घमंड तभी उतरेगा जब सत्ता से अलग हो जाएगे। पंचायत में लगभग सभी दलों के नेता किसानों का समर्थन करने आए थे। इस मौके पर जजपा के जिला प्रधान शिवचंद यादव, सुबह सिंह बोरा, कांग्रेस नेता संतोख सिंह, नवीन जयहिंद, ओमप्रकाश सरपंच, सत्यदेव सरपंच,मोती, कैलाश यादव, रोहतास खो, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत के समर्थक मास्टर बालवीर सिंह, मानेसर के सरपंच गजराज मौजूद रहे। कासन गांव के किसान एक साल से धरने पर बैठे हैं। वे मुआवजा बढ़ाने या गांव की अधिगृहित जमीन को मुक्त करने की मांग कर रहे हैं।
किसानों ने तहसील कार्यालय पर ताला जड़ा
जब सत्यपाल मलिक, राकेश टिकट के भाषण हो गए तो किसान एचएसआईआईडीसी के मुख्यालय पर चढ़ गए तथा उसे ताला लगा दिया। कुछ लोगों ने वहां शीशे तोड़ दिए। ताला लगाने से जहां एचएसआईआईडीसी कार्यालय बंद हो गया, वही उसमें तहसील भी बंद हो गई। सरकारी कर्मचारी किसानों को आता देखकर पीछे से दरवाजा खोलकर भाग गए। इस मौके भारी पुलिस बल मौजूद था, लेकिन वह सब मूकदर्शक बने रहे। किसानों ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती, तब तक इन दोनों कार्यालयों का ताला नहीं खोला जाएगा।