Anti-Drug Drive डीजपी का मिडनाइट मिशन: अमृतसर से अटारी तक सुरक्षा की कड़ी निगरानी
जगतार सिंह लांबा/ट्रिन्यू
अमृतसर, 12 अप्रैल
Anti-Drug Drive त्योहारों के मद्देनजर राज्य में सुरक्षा को चाक-चौबंद बनाने के लिए पंजाब पुलिस ने ‘ऑपरेशन सतर्क’ चलाया है। इसी कड़ी में पंजाब के पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव शुक्रवार रात आधी रात को अमृतसर की सड़कों पर खुद उतरे और शहर से लेकर सरहदी गांवों तक सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।

डीजीपी ने रात के अंधेरे में नाकों पर पहुंचकर खुद चेकिंग की, पुलिस कर्मियों का मनोबल बढ़ाया और सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह अभियान राज्य में नशा तस्करी और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों पर लगाम कसने के लिए चलाया जा रहा है।
बॉर्डर पर लगेंगे 2100 सीसीटीवी कैमरे
गौरव यादव ने बताया कि सीमावर्ती इलाकों में ड्रग्स की निगरानी के लिए 2100 हाई-टेक सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। यह नेटवर्क तस्करों की गतिविधियों पर चौबीसों घंटे निगरानी रखेगा और सुरक्षा एजेंसियों को तुरंत कार्रवाई में मदद करेगा।
नशा तस्करी में लिप्त कोई भी बख्शा नहीं जाएगा
डीजीपी ने दो टूक कहा कि जो भी नशा तस्करी में लिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह पुलिस विभाग का कोई कर्मचारी ही क्यों न हो। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस बीते एक महीने में कई बड़ी गिरफ्तारियां कर चुकी है और एंटी-ड्रोन सिस्टम इस मुहिम में बड़ा हथियार बनकर उभरा है।
सरहदी गांवों में किया सुरक्षा का निरीक्षण
शहर के बाद डीजीपी सरहदी गांवों तक पहुंचे और वहां की नाकेबंदी व निगरानी की व्यवस्था देखी। उन्होंने कहा कि पुलिस को राष्ट्रविरोधी तत्वों के लिए खौफ और आम नागरिकों के लिए भरोसे का प्रतीक बनना चाहिए। जवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि "यह सिर्फ कानून व्यवस्था की लड़ाई नहीं, बल्कि पंजाब की आत्मा को बचाने की जंग है।"
वरिष्ठ अधिकारी रहे साथ
इस दौरान पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर, डीसीपी विजय आलम सिंह, डीसीपी जगजीत सिंह वालिया और डीसीपी रविंदर पाल सिंह संधू सहित कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
डीजीपी ने अटारी बॉर्डर पर बीएसएफ अधिकारियों से भी मुलाकात की और सीमा सुरक्षा को लेकर रणनीतिक चर्चा की।