मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

अन्नकूट सामाजिक सद्भाव का प्रतीक : पवन बुवानीवाला

08:12 AM Nov 03, 2024 IST

भिवानी, 2 नवंबर (हप्र)
तीज त्यौहार मानव सद्भावना और हमारी प्रकृति से जुड़े हुए है। वे युवा पीढ़ी को प्राचीन काल से चली आ रही रीतियों से अवगत करवाते हैं। अन्नकूट प्रसाद भी सामाजिक सद्भाव का प्रतीक है। ये शब्द बुवानीवाला परिवार जन कल्याण चैरिटेबल ट्रस्ट भिवानी द्वारा व्यक्त किए। अन्नकूट प्रसाद वितरण समारोह की शुरुआत करते हुए शिक्षाप्रेमी स्व. भागीरथ मल बुवानीवाला के पुत्र वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट के महासचिव एवं व्यापारी नेता डॉ.पवन बुवानी वाला ने कही। उन्होंने कहा कि दीपावली के बाद गोवर्धन पूजा की जाती है। अन्नकूट प्रसाद का भी वितरण किया जाता हैं। इस पर्व की अपनी अलग मान्यता है।
बुवानीवाला परिवार जन कल्याण चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा अन्नकूट प्रसाद वितरण समारोह का आयोजन बुवानीवालों की बगीची चिंरजीवी कालोनी बीटीएम रोड भिवानी पर आयोजित किया गया। इस अवसर पर राधेश्याम बुवानीवाला व सुशील बुवानीवाला ने बताया कि इस बार भी बुवानीवाला परिवार जनकल्याण चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा अन्नकूट प्रसाद वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ट्रस्ट के महासचिव पदम बुवानीवाला ने बताया कि भगवान के लिए अन्नकूट प्रसाद में मिक्स सब्जी, आम चटनी, पूड़ी, रोटी, गाजर हलवा, भात, रायता, मूंग की खिचड़ी, बाजरे का हलवा और कढ़ी चावल आदि बनाया जाता है।

Advertisement

मंदिरों में भजन-कीर्तन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

रेवाड़ी (हप्र) : गोवर्धन पूजा के दिन शनिवार को एक ओर जहां लोगों ने गोबर से गोवर्धन महाराज बना कर पूजा की, वहीं अनेक गांवों में अन्नकूट व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया। अन्नकूट में प्रसाद लेने को लेकर मंदिरों में भारी भीड़ रही। वहीं कुछ मंदिरों में भजन-कीर्तन व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। पहले लोग गाय के गोबर से गोवर्धन महाराज बनाते थे, लेकिन जब गायें कम होने पर भैंस के गोबर से गोवर्धन बनाकर पूजा जाता है। दीपावली पूजन की तरह एक बार फिर पूरा परिवार एकत्रित होता है और सब मिलकर गोवर्धन की पूजा करते हैं, उन्हें चूरमा व मिठाई आदि का भोग लगाते हैं। तत्पश्चात गोवर्धन की परिक्रमा लगाकर मन्नतें मांगते हैं। इस गोवर्धन पूजा में परिवार पुरुष सदस्य परिक्रमा लगाते हैं, जबकि महिलाएं गोवर्धन के पास बैठकर भजन आदि गाती हैैं।

Advertisement
Advertisement