Anil Kapoor B’day: ...जब एक्टिंग स्कूल में एडमिशन ना मिलने पर फूट-फूट रोए थे अनिल, पिता के लिए किया स्पॉटबॉय का काम
चंडीगढ़, 24 दिसंबर (ट्रिन्यू)
Anil Kapoor B’day: ...बॉलीवुड अभिनेता अनिल कपूर आज अपना 68वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं। बॉलीवुड इंडस्ट्री में अहम योगदान दे रहे अनिल कपूर का सफर आसान नहीं था। इस दिग्गज अभिनेता का कहना है कि उनके लंबे करियर की कुंजी जीवन में अपनाई गई अनुशासित दिनचर्या और हर गुजरते दिन के साथ विकसित होने का दृढ़ संकल्प है।
एक इंटरव्यू में अनिल ने बताया था, "जब मैं रात को सोता हूं तो केवल अलग-अलग किरदार निभाने का सपना देखता हूं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं देश का बड़ा स्टार बनूंगा या मेरे पास बहुत सारा पैसा होगा। यह कभी मेरा लक्ष्य नहीं रहा। मैं लोगों को हंसाना और रुलाना चाहता हूं।"
अनिल कपूर को नहीं मिला था एक्टिंग स्कूल में एडमिशन
अनिल कपूर ने पहली बार 14 साल की उम्र में अभिनय किया था, जब उन्होंने तू पायल में गीत में युवा शशि कपूर की भूमिका निभाई थी। हालांकि यह फिल्म बड़े पर्दे पर नहीं चली, लेकिन अभिनेता का कहना है कि वह निराश नहीं हुए। उन्होंने भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) में एंट्री लेने की कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
उन्होंने बताया था , "मैं हमेशा से बहुत आशावादी व्यक्ति रहा हूं। मैं हर चीज को सकारात्मक रूप से देखता हूं। मैं कभी निराश नहीं हुआ। मैं केवल एक बार निराश हुआ था और थोड़ा उदास था, जब मैं पुणे के एक एक्टिंग स्कूल में एडमिशन लेने में असफल हो गया था। उस वक्त मैं रोया भी था लेकिन हार नहीं मानी। फिर मैंने रोशन तनेजा के अभिनय विद्यालय में शामिल होने का फैसला किया।"
सभी तरह की ट्रेनिंग अच्छी होती है। मुझे लगता है कि आपको खुद को प्रशिक्षित करते रहना चाहिए। अगर मुझे अब कुछ करने का मौका मिलता है तो मैं जरूर करूंगा। कुछ सीखने के लिए कोर्स करते रहना मेरा सपना है। जब मैंने अपना करियर शुरू किया था तो मैं वर्कशॉप करता रहता था। मेरी फिल्मों के लिए मेरे पास बोली कोच थे, जो मुझे खुद को बेहतर बनाने में मदद करते थे।"
जब स्पॉटबॉय का काम करने लगे थे अनिल कपूर
अपने स्ट्रगल के दिनों में अनिल कपूर ने स्पॉटबॉय तक का काम किया है। उन्होंने बताया था कि जब उनके पिता बीमार पड़ गए थे तो उन्होंने बतौर स्पॉटबॉय के तौर पर भी काम किया था। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें पता चला कि उनके पिता सुरिंदर कपूर को दिल की बीमारी है। तब उनकी उम्र महज 17 साल थी।
कभी ब्लैक में बेचे थे टिकट
एक बार ‘कॉमेडी नाइट्स विद कपिल’ शो के दौरान एक्टर ने बताया था कि उन्होंने सिनेमाघरों के बाहर असल जिंदगी में भी टिकट ब्लैक में बेचे हैं। बचपन में वो और उनके दोस्त टपोरियों जैसे ही व्यवहार करते थे इसलिए वह फिल्म में भी यह किरदार बखूबी निभा लेते हैं क्योंकि यह उनकी जिंदगी का एक हिस्सा रहा है।
बतौर मुख्य अभिनेता उनकी बॉलीवुड यात्रा 1983 में वो सात दिन' से शुरू हुई और मशाल, युद्ध, मेरी जंग, कर्मा, चमेली की शादी, मिस्टर इंडिया, राम लखन और लाडला जैसी फिल्मों के साथ वे 90 के दशक के सबसे उम्दा सितारों में से एक बन गए। फिलहाल वह अपनी आगामी फिल्म सूबेदार की तैयारी कर रहे हैं, जिसका ट्रेलर आज उनके जन्मदिन पर शेयर किया गया है।