कुवैत अग्िनकांड जान गंवाने वालों में यमुनानगर का अनिल गिरी भी शामिल
सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर, 14 जून
कुवैत अग्निकांड में जान गंवाने वाले 42 लोगों में जिला निवासी अनिल गिरी भी शामिल हैं। रोजी-रोटी की तलाश में बतौर वैल्डिंग असिस्टेंट वह 5 साल पहले कुवैत गया था और अब घर वापस आने की तैयारी कर रहा था। अनिल अपने पीछे पत्नी और दो बच्चे छोड़ गये हैं। लडिंग असिस्टेंट के रूप में अनिल गिरी लगभग 5 वर्ष पहले कुवैत गए थे।
अनिल गिरी का पुश्तैनी मकान बिहार के गोपालगंज में है, लेकिन वह लंबे समय से यमुनानगर में अपनी बहन के यहां रह रहे थे और यही नौकरी भी की थी, लेकिन उससे गुजारा नहीं हुआ तो वह कुवैत चला गया था। बीच में वह एक बार यमुनानगर भी आया था। चार भाई-बहनों मे छोटा अनिल की बहन नीतू गिरी गुरु नानक गर्ल्स कॉलेज के कैंटीन में काम करती है, उसने रोते हुए बताया कि घटना के एक दिन पहले उसकी घर के सभी लोगों से फोन पर बात हुई थी। अनिल का एक मित्र जो कुवैत में किसी दूसरी कंपनी है, उसने बताया कि अनिल की मौत जलने से नहीं बल्कि कमरे में सभी पांच साथियों के साथ दम घुटने से हुई है। अनिल के जाने से उसके परिवार मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। दोनों बच्चे अभी पढ़ रहे हैं और नाबालिग है। अनिल की पत्नी, बहन ने सरकार से भी प्रार्थना की है उसके परिवार की हिफाजत सरकार करें। हादसे के बाद कुवैत की एनटीबीसी कंपनी प्रबंधन ने मृतकों के परिजनों को 8 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।