अंगुराल का फुल ड्रामा, ऑडियो दिखायी पर जारी नहीं की
अपर्णा बनर्जी/ट्रिन्यू
जालंधर, 4 जुलाई
जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट उपचुनाव से पहले यहां एक बड़ा रोचक सियासी ड्रामा देखने को मिला। भाजपा उम्मीदवार शीतल अंगुराल ने आज कथित सबूतों की ऑडियो रिकॉर्डिंग जारी नहीं की जिसमें आरोप था कि आप विधायक रमन अरोड़ा ने सीएम, उनकी पत्नी और बहन के नाम पर पैसे मांगे थे। मीडिया में हलचल मचाते हुए करीब एक घंटे तक ऑडियो जारी करने का ड्रामा चलता रहा -हर कोई सांस रोक कर इसके जारी होने का इंतजार कर रहा था। एक पेन ड्राइव दिखाते हुए शीतल ने कहा, ‘मैं इसे पहले सीएम के साथ साझा करूंगा और फिर मीडिया के साथ साझा करूंगा।’ किसी तोहफे की तरह लिपटा एक छोटा सा बक्सा दिखाते हुए इसे ‘सीएम के लिए गिफ्ट’ बताया और आरोप लगाया कि इसमें आप विधायक रमन अरोड़ा और सीएम के परिवार के खिलाफ सबूत हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिस दिन उन्होंने ऑडियो जारी करने की धमकी दी, उसी दिन उन्हें एक पाकिस्तानी नंबर से कॉल आई और उनकी बेटे और बेटी को जान से मारने की धमकी दी गई। वह अपने परिवार के बारे में बात करते हुए भावुक होकर रो पड़े। अंगुराल ने सीएम से रिकॉर्डिंग की जांच की मांग की और कहा कि अगर सीएम आज इस कार्यक्रम में नहीं आए हैं तो वह सुनिश्चित करें कि सबूत उन तक पहुंच जायें। यह घटना तब सामने आई जब अंगुराल ने सीएम भगवंत मान की कल दी गई चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा कि उन्हें आप नेताओं के खिलाफ सबूत 5 जुलाई के बजाय ‘अभी’ जारी करने में कोई हर्ज नहीं। अंगुराल ने इसके लिये आज दोपहर 2 बजे सबूत जारी करने का वादा किया था। इसके लिये भाजपा द्वारा बाबू जगजीवन राम चौक पर मंच तैयार किया गया था, जिसमें दो कुर्सियाँ थीं - छोटी कुर्सी शीतल अंगुराल के लिए और बड़ी लाल सीएम के लिए थी। कुर्सी पर एक पोस्टररखा गया जिस पर नारा था ‘आज होगी बुरी पर अच्छी की जीत’ (आज सत्य की जीत होगी)। एक घंटे के इंतजार के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए अंगुराल ने कहा, ‘मुख्यमंत्री मान जी, मैं भी विधायक था, बलकार सिंह और इंद्रजीत कौर भी विधायक हैं, लेकिन आपकी बहन केवल रमन अरोड़ा के घर जाना क्यों पसंद करती हैं? वह दूसरे कार्यकर्ताओं के घर क्यों नहीं जातीं? क्योंकि दूसरे गरीब हैं? आपने कभी अपनी गलती स्वीकार नहीं की, कभी नहीं कहा कि आप विधायक के खिलाफ कार्रवाई करेंगे, बल्कि आपने मुझे चुनौती दी। हार की घबराहट आपके चेहरे पर साफ दिखती है।’ शीतल ने कहा, “मैं आपके विधायक और परिवार और फर्जी सलाहकार के खिलाफ सबूतों के साथ आपका इंतजार कर रही थी। लेकिन आप नहीं आए, इसका मतलब है कि सीएम अवैध धंधों का समर्थन करते हैं। अगर आपकी पार्टी ईमानदार थी तो आपको सबूत लेना चाहिए था। मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि सबूत का यह उपहार सीएम तक पहुंचे। अंगुराल ने रोते हुए यह भी आरोप लगाया, ‘आज मुझे और मेरे परिवार को धमकियां मिल रही हैं। मुझे पाकिस्तान से धमकियां मिल रही हैं। मैंने इसे ईमेल के माध्यम से डीजीपी के समक्ष भी उठाया। दो दिन पहले मुझे पाकिस्तान के नंबर से फोन आया, जिसमें कहा गया कि अगर आपने रिकॉर्डिंग जारी की तो आपकी बेटी और बेटे को मार दिया जाएगा।’ अंगुराल ने कहा कि मंत्री लाल चंद कटारूचक्क और बलकार सिंह के खिलाफ भी पेन ड्राइव जारी की गईं। ‘मुझे डर है कि यह पेन ड्राइव किसी संदूक में न दबा दी जाये। सीएम को किसी वरिष्ठ अधिकारी को आदेश देकर साक्ष्य की जांच करा लेनी चाहिए। अगर मैं अपनी बात से पलटूं या मेरी गवाही झूठी हो तो मेरे खिलाफ भी कार्रवाई करें।’