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मिहिर भोज के आगे 'गुर्जर' लगाने पर क्षत्रिय समाज में गुस्सा

10:11 AM Sep 08, 2021 IST

कैथल, 7 सितंबर (हप्र)

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अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेन्द्र सिंह तंवर ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा इन दिनों इतिहास के साथ छेड़छाड़ की जा रही है, जोकि सरासर गलत है। महापुरुषों को जाति के आधार पर बांटना भी गलत है। महेन्द्र सिंह तंवर यहां अंबाला रोड स्थित रेस्ट हाउस में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारियों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 9 सितंबर को कैथल गुर्जर धर्मशाला में मनाई जाने वाली मिहिर भोज जयंती में मिहिर भोज के नाम के आगे ‘गुर्जर’ शब्द लगाना सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि गुर्जर समाज व राजपूत समाज का आपस में भाईचारा है, लेकिन इस तरह से इतिहास के साथ छेड़छाड़ करना सर्वथा अनुचित है। उन्होंने कहा कि मिहिर भोज के नाम के आगे जयंती मनाने वाले नेता अगर हिन्दू सम्राट मिहिर भोज लगाएं या फिर सिर्फ मिहिर भोज लगाए तो ठीक है, लेकिन मिहिर भोज को गुर्जर मिहिर भोज लिखना ऐसे महापुरुषों का अपमान करना है। उन्होंने कहा कि वे अपनी मांगों को लेकर प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखेंगे। उन्होंने डीसी प्रदीप दहिया के माध्यम से अपनी मांगों का एक ज्ञापन भी सौंपा। राष्ट्रीय अध्यक्ष महेेन्द्र सिंह ने कहा कि वे भाजपा के विधायकों व सांसदों से भी अपील करते हैं कि वे इस तरह के कार्यक्रमों में न जाएं। उन्होंने कहा कि मिहिर भोज का परिवार व उनके वंशज अब भी मध्यप्रदेश में है। उनके पास उनके द्वारा लिखी चिट्ठी भी है, जिसमें प्रमाण है कि वे राजपूत समाज से हैं। इस मौके पर उनके साथ युवा प्रदेशाध्यक्ष सुरेन्द्र राणा, जिलाध्यक्ष विशाल राणा, रणदीप आर्य फरल, अंकित राणा, राजीव, अमित राणा आदि भी उपस्थित थे।

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Tags :
क्षत्रियगुर्जरगुस्सा,मिहिरलगाने