दिव्यांग जेबीटी शिक्षकों में रोष, नहीं मिला मनचाहा स्टेशन
चंडीगढ़, 21 मार्च (ट्रिन्यू)
हरियाणा के 2017 बैच के जेबीटी शिक्षकों को सरकार अस्थाई स्कूल अलॉट कर चुकी है। इनमें से बड़ी संख्या में ऐसे दिव्यांग टीचर हैं, जिन्हें मनचाहा स्टेशन नहीं मिला है। इस वजह से उनमें रोष है। वहीं दूसरी ओर, लोकसभा चुनावों के चलती आचार संहिता की वजह से शिक्षा निदेशालय ने शिक्षकों की ज्वाइनिंग और रिलीविंग पर रोक लगा दी है। वहीं दिव्यांग शिक्षकों में तबादला और जिला आवंटन को लेकर नाराजगी है। दिव्यांग शिक्षकों का आरोप है कि ट्रांसफर के दौरान दिव्यांगता को लेकर बनाए गए मानदंडों को नजरअंदाज किया गया। 2017 बैच के 9 हजार से अधिक जेबीटी शिक्षकों को मनपंसद स्टेशन मिल चुका है। शिक्षा विभाग द्वारा 2023 में प्रदेश के सभी जिलों में दिव्यांगों के लिए लोकोमोटर के 371, लो-विजन के 355 व डिफ-डंब के 150 यानि कुल 876 पदों का ब्यौरा दिया था। इसमें से 21 पदों पर ही लो-विजन शिक्षकों ने ज्वाइन किया है, जबकि लोकोमोटर के पद गृह जिले में न होने के चलते शिक्षकों को दूर-दराज के जिले अलॉट किए हैं। शिक्षकों का कहना है कि वर्ष 2011 की भर्ती के नियम, जिसमें सबसे पहले दिव्यांग महिला, विधवा, तलाकशुदा, सेना व अर्ध सैनिक बलों में कार्यरत सैनिकों की पत्नियों, अविवाहित व उसके बाद सामान्य महिलाओं को स्थाई जिले देने का नियम है लेकिन नियम की अनेदखी कर दी गई।