Anaya Bangar: पूर्व क्रिकेटर संजय बांगर के बेटे आर्यन ने किया जेंडर चेंज, अब नया नाम अनाया बांगर
चंडीगढ़, 12 नवंबर (ट्रिन्यू)
Anaya Bangar: पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय बांगर के बेटे आर्यन बांगर अपनी नई पहचान अब लड़की के रूप में बनाई है। अपना नाम दिया है अनाया बांगर। उन्होंने अपना जेंडर चेंज किया है। अनाया ने अपने जेंडर ट्रांजिशन की कहानी को हाल ही में दुनिया के सामने रखा, जिसने सोशल मीडिया पर कई लोगों का ध्यान खींचा। अनाया का यह सफर न केवल उनकी व्यक्तिगत पहचान को खोजने का है, बल्कि उनके क्रिकेट के सपने पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ा है।
लगभग 11 महीने पहले अनाया ने जेंडर ट्रांजिशन का सफर शुरू किया, जो ‘हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थैरेपी’ (HRT) के माध्यम से संभव हुआ। इस थेरेपी ने उनके शरीर में धीरे-धीरे बदलाव लाए और इस प्रक्रिया के दौरान उन्होंने अपना नाम आर्यन से अनाया बदल लिया।
क्रिकेट के प्रति जुनून: पिता से विरासत में मिली प्रेरणा
अनाया का क्रिकेट के प्रति जुनून उनके पिता, संजय बांगर से ही उन्हें विरासत में मिला है। बचपन से अपने पिता को क्रिकेट खेलते देख उनका भी सपना था कि वे एक दिन अपने देश का प्रतिनिधित्व करें। हालांकि, HRT के चलते उनके मसल्स और ताकत में कमी आई है, जिसके कारण उनके लिए क्रिकेट में पहले जैसा प्रदर्शन करना चुनौतीपूर्ण हो गया है। बावजूद इसके, अनाया ने हार नहीं मानी। वे इंग्लैंड के मैनचेस्टर में एक स्थानीय क्रिकेट क्लब के लिए खेल रही हैं और हाल ही में उन्होंने 145 रनों की पारी खेलकर अपने क्रिकेट प्रेम का परिचय दिया।
जेंडर डिस्फोरिया और ट्रांजिशन की प्रक्रिया
जेंडर डिस्फोरिया के चलते जब व्यक्ति अपने शरीर से सामंजस्य नहीं बिठा पाता है, तो जेंडर ट्रांजिशन का सहारा लेता है। इसमें हॉर्मोन थेरेपी और सर्जरी के माध्यम से शारीरिक और मानसिक संतुलन हासिल करने का प्रयास किया जाता है। भारत में 2014 में सुप्रीम कोर्ट के नालसा बनाम भारत सरकार मामले में ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को कानूनी मान्यता मिली। ट्रांजिशन प्रक्रिया में साइकोलॉजिस्ट और मेडिकल विशेषज्ञों की एक पूरी टीम की मदद ली जाती है, ताकि व्यक्ति को पूरी तरह से शारीरिक और मानसिक संतोष मिल सके।
क्रिकेट का सपना अब भी बरकरार
बाएं हाथ की बल्लेबाज अनाया वर्तमान में इंग्लैंड के एक क्रिकेट क्लब, इस्लाम जिमखाना के लिए खेलती हैं। हालांकि, एथलेटिक क्षमता में कमी आने के कारण उनके लिए अपने पुराने स्तर पर क्रिकेट खेलना कठिन हो गया है, फिर भी उनका क्रिकेट के प्रति समर्पण अडिग है। उनके सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने अपनी यात्रा को प्रेरणादायक तरीके से साझा किया है और इस कठिन दौर में भी सकारात्मक रहने की मिसाल पेश की है।