Amnesty International ने गाजा में फलस्तीनियों के खिलाफ नरसंहार का आरोप लगाया, इस्राइल का इनकार
काहिरा, पांच दिसंबर (एपी)
Amnesty International: मानवाधिकारों के लिए काम करने वाली अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था ‘एमनेस्टी इंटरनेशनल' ने इस्राइल पर हमास के साथ युद्ध के दौरान गाजा पट्टी में नरसंहार करने का आरोप लगाया है, हालांकि इस्राइल ने इन आरोपों से इनकार किया है।
‘एमनेस्टी इंटरनेशनल' ने कहा है कि इस्राइल ने घातक हमले करके महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों को नष्ट किया है तथा भोजन, दवा और अन्य आवश्यक सहायता की आपूर्ति को रोककर जानबूझकर फलस्तीनियों को तबाह करने की कोशिश की है।
मानवाधिकार समूह ने बृहस्पतिवार को पश्चिम एशिया के सदंर्भ में एक रिपोर्ट जारी की जिसमें कहा गया कि इस तरह की कार्रवाइयों को सात अक्टूबर, 2023 को इस्राइल पर हमास के हमले या नागरिक क्षेत्रों में आतंकवादियों की मौजूदगी की दलील देकर उचित नहीं ठहराया जा सकता।
इस्राइल पर हमास के हमले के कारण युद्ध भड़क उठा। ‘एमनेस्टी इंटरनेशनल' ने अमेरिका एवं सहयोगियों से इस्राइल को हथियारों की खेप की आपूति रोकने का आह्वान किया। ‘एमनेस्टी इंटरनेशनल' की महासचिव एग्नेस कैलामार्ड ने रिपोर्ट में कहा, ‘‘हमारे निष्कर्ष अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए चेतावनी हैं। यह नरसंहार है। इसे अब रोकना होगा।''
इस्राइल ने अपने खिलाफ नरसंहार के आरोपों को दृढ़ता से खारिज कर दिया है। इस्राइल ने ऐसे आरोपों को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में चुनौती दी है और इसने अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय के उन आरोपों को खारिज कर दिया है कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनके पूर्व रक्षा मंत्री ने गाजा में युद्ध अपराध किए थे।
इस्राइल के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘निंदनीय और कट्टरपंथी संगठन ‘एमनेस्टी इंटरनेशनल' ने एक बार फिर एक मनगढ़ंत रिपोर्ट पेश की है जो पूरी तरह से गलत और झूठ पर आधारित है।'' इस्राइल ने हमास पर युद्ध को भड़काने वाले हमले में नरसंहार करने का आरोप लगाया और कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार खुद का बचाव कर रहा है।