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अम्बेडकर ने समानता के आधार पर न्याय देने का काम किया : मूलचंद

07:40 AM Sep 22, 2023 IST
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में बृहस्पतिवार को प्रो. गोपाल प्रसाद एवं डॉ. प्रीतम सिंह द्वारा सम्पादित पुस्तक का लोकार्पण करते मूलचंद शर्मा तथा अन्य। -हप्र

कुरुक्षेत्र, 21 सितंबर (हप्र)
हरियाणा के उच्च शिक्षा मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि डॉ. अम्बेडकर ने पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति के विकास के लिए अहम कार्य किया। देश की आजादी के बाद जब संविधान की रचना हुई तो डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने हर समाज को देखा। उन्होंने हर क्षेत्र को कानून की मर्यादा के विषय पर प्रकाश डाला। सामाजिक रिश्ते क्या है, जातिवाद, क्षेत्रवाद, सामाजिकवाद हर क्षेत्र के लिए संविधान का निर्माण हुआ और सभी को समानता के आधार पर न्याय देने का कार्य डॉ. अम्बेडकर ने किया।
वे बृहस्पतिवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में डॉ. भीमराव अम्बेडकर अध्ययन केंद्र तथा इंडियन कौंसिल ऑफ सोशल सांईस रिसर्च के सहयोग से ‘21वीं सदी का आत्मनिर्भर भारत डॉ. अम्बेडकर की दृष्टि में’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। इससे पहले कुलगीत तथा दीप प्रज्ज्वलित कर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ किया गया तथा प्रो. गोपाल प्रसाद एवं डॉ. प्रीतम सिंह द्वारा सम्पादित पुस्तक का लोकार्पण भी मुख्यातिथि द्वारा किया गया।
संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि केयू ने प्रदेश एवं देश में एनईपी 2020 को सर्वप्रथम विश्वविद्यालय के यूजी एवं संबंधित लगभग 300 कॉलेजों के यूजी प्रोग्राम्स में इसे सभी प्रावधानों के साथ उच्च शिक्षा मंत्री हरियाणा सरकार के मार्गदर्शन में लागू किया है। संगोष्ठी के विशिष्ट अतिथि एमएलए एवं चेयरमैन हरियाणा वेयर हाउसिंग कारपोरेशन नयनपाल रावत, विशिष्ट अतिथि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा रहे।
संगोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता प्रो. सुरजीत कुमार दत्ता, यूनिवर्सिटी ऑफ चिटगांग, बांग्लादेश ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए भारत को आत्मनिर्भर बनाना आवश्यक है। इस अवसर पर कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. शुचिस्मिता, केंद्र के निदेशक प्रो. गोपाल प्रसाद, सहायक निदेशक डॉ. प्रीतम सिंह, डॉ. केएल टुटेजा, डॉ. कुलदीप सिंह, डॉ. रमेश सिरोही डॉ. जितेन्द्र खटकड़, कुटा प्रधान, डॉ. आनन्द कुमार, डॉ. तेलू राम, केयू लोकल ऑडिट के संयुक्त निदेशक चांदराम भुक्कल, आरएसए कुलदीप सिंह, दलबीर मान सहित शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।

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