अंबाला शहर अनाज मंडी की चमकी किस्मत
जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अंबाला शहर, 9 दिसंबर
करीब 15 वर्ष बाद ही सही नई अनाज मंडी की बेहाल सड़कों व नालियों का कायाकल्प होने लगा है। विधायक रहते असीम गोयल ने इसके लिए प्रयास किए थे लेकिन चुनाव आचार संहिता लग जाने के बाद इस काम में देरी हो गई थी। यह मंडी करोड़ों रुपये सालाना की मार्केट फीस सरकारी खजाने में जमा करवाती है। 1982 में स्थापित की गई इस मंडी में 200 से ज्यादा आढ़ती अपना व्यवसाय चलाते हैं।
दरअसल पिछले काफी वर्षों से यहां की खस्ता हाल हो चुकी सड़कों को मात्र पैच वर्क करवाया जाता था और मंडी मार्केटिंग बोर्ड अपने कर्तव्य का पालना करता रहा था। नालियों की हालत इतनी बदतर हो चुकी थी कि वह पूरा वर्ष ही गंदे पानी और कूड़ा कर्कट से भरी रहती हैं लेकिन पानी निकासी का कोई पर्याप्त प्रबंध नहीं करवाया जा रहा था। हालांकि प्रत्येक 5 वर्ष के अंतराल पर अनाज मंडी की सड़कों की सही तरीके से कारपेटिंग करवाने और नालियों को दुरुस्त करने का काम मंडी मार्केटिंग बोर्ड का होता है लेकिन इस मंडी को लेकर किसी ने ध्यान नहीं दिया।
शहर मंडी में आढ़त का काम करते रहे विधायक असीम गोयल भाजपा के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने अनाज मंडी पहुंचे थे। उसी दौरान आढ़तियों ने उनका ध्यान बदहाल व्यवस्था की ओर खिंचा तो विधायक असीम गोयल ने तुरंत संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर अम्बाला शहर मंडी की सभी समस्याओं के निपटान के निर्देश दिये और एस्टीमेट बनाने को कहा। अनुमानित लागत बनने के बाद उन्होंने प्रयास करके उसको स्वीकृति भी दिला दी थी लेकिन शेष औपचारिकताएं पूरी हो पाती तब तक रबी खरीद का सीजन सिर पर आ गया, इसके अलावा लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता भी लागू कर दी गई। बाद में जब विधायक असीम गोयल भी परिवहन मंत्री बने तो उनके प्रयास भी इस मंडी के लिए फलदायक सिद्ध हुए।
कार्य योजना (2023-2024) के तहत बोर्ड ने नई अनाज मंडी के एक्सटेंशन एक तक के हिस्से की आंतरिक सड़कों की विशेष मरम्मत, नाले का निर्माण, नाले का चौड़ीकरण, नाले का उत्थान और मौजूदा उथले प्रकार के नाले का पुनर्निर्माण के लिए 1.70 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है। इसके तहत आंतरिक सड़कों की विशेष मरम्मत होगी जिसमें 8224 वर्गमीटर पीआईपी सड़क बनाई जाएगी तथा 13970 वर्गमीटर सड़क पर बीसी की कारपेटिंग की जाएगी।
'' अम्बाला शहर नई अनाज मंडी की सड़कों और नालियों के लिए लगभग 1 करोड़ 71 लाख रुपये की राशि स्वीकृत हुई है। इनके माध्यम से दोनों मुख्य सड़कों पर इंटरलाकिंग टाइलों से तथा शेष पर तारकोल कारपेटिंग करवाई जा रही है। पानी निकासी के लिए नालियों के अलावा नाले का निर्माण भी किया जाएगा। पूरा कार्य इसी वित्त वर्ष में पूरा हो जाएगा। '' -नवीन श्योराण, कार्यकारी अभियंता, मंडी मार्केटिंग बोर्ड