Alvida Manmohan Singh : देश के पहले सिख PM मनमोहन सिंह ने बचाई थी डूबती अर्थव्यवस्था की नाव
चंडीगढ़, 26 दिसंबर (ट्रिन्यू)
Action speaks louder than words...इस कहावत को सार्थक करते हुए देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) सदा के लिए मौन हो गए। आर्थिक उदारीकारण से देश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने वाले मनमोहन सिंह उन नेताओं में शुमार थे, जिन्हें विपक्ष से भी भरपूर सम्मान मिलता था।
देश के पहले सिख प्रधानमंत्री थे मनमोहन सिंह
सौम्य और मृदुभाषी स्वभाव वाले मनमोहन सिंह भारत में आर्थिक सुधारों का सूत्रपात करने वाले शीर्ष अर्थशास्त्री और प्रधानमंत्री के तौर पर लगातार दो बार गठबंधन सरकार चलाने वाले कांग्रेस के पहले नेता के तौर पर याद किए जाएंगे। वह देश के पहले सिख प्रधानमंत्री थे। वह कुशल नेतृत्व और गहन अर्थशास्त्र के लिए प्रसिद्ध थे। बचपन से ही पढ़ाई में रूचि रखने वाले मनमोहन सिंह ने पंजाब विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएट करने के बाद कैम्ब्रिज व ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त की थी।
भारतीय अर्थव्यवस्था को गहरे संकट से बाहर निकाला
जब मनमोहन सिंह 1991 में पी. वी. नरसिम्हा राव के नेतृत्व वाली सरकार में वित्त मंत्री का कार्यभार संभाला तो उनकी हर तरफ चर्चा थी। उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को गहरे संकट से बाहर निकाला। इस दौरान उन्होंने आर्थिक उदारीकरण की नीतियों को लागू किया, जिससे विदेशी निवेश को बढ़ावा मिला। उनकी नीतियों ने लाइसेंस राज को खत्म कर व्यापार और उद्योगों को नई दिशा दी।
बता दें कि, डॉ. मनमोहन सिंह 2004 में भारत के प्रधानमंत्री बने और 2014 तक लगातार इस पद पर बने रहे। वे जवाहरलाल नेहरू के बाद ऐसे पहले प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने लगातार दो बार पांच वर्षों का कार्यकाल पूरा किया।