Allu Arjun Life Story: कभी NASA जाना चाहते थे अल्लू अर्जुन, फिर कैसे बने एक्टर, जानें 'पुष्पा स्टार ' की दिलचस्प कहानी
नई दिल्ली, 13 दिसंबर (भाषा)
Allu Arjun Life Story: हाल में रिलीज अपनी फिल्म ‘‘पुष्पा 2: द रूल'' के जरिए बॉक्स ऑफिस पर सफलता की बुलंदियों को छू रहे अभिनेता अल्लू अर्जुन के लिए शुक्रवार का दिन बहुत अप्रत्याशित रहा। फिल्मी कहानी जैसे इस घटनाक्रम के तहत सुबह उन्हें हिरासत में लिया गया, गिरफ्तारी के बाद जेल भेजा गया और फिर उन्हें जमानत मिल गई।
बृहस्पतिवार को, 42 वर्षीय अभिनेता ‘‘पुष्पा 2: द रूल'' की अपार सफलता का जश्न मनाने के लिए दिल्ली आए थे। यह उनके करियर की सबसे बड़ी हिट फिल्म है और रिकॉर्ड बुक में भी शामिल हो गई है क्योंकि सिर्फ छह दिनों में 1,000 करोड़ रुपये की कमाई करने वाली यह पहली भारतीय फिल्म है। सीक्वल को हिंदी, तमिल, कन्नड़, बांग्ला और मलयालम में रिलीज किया गया। इस तरह, पहले संस्करण की तुलना में इसे और तीन भाषाओं में रिलीज किया गया। 8 अप्रैल 1982 को चेन्नई में जन्मे अल्लू अर्जुन मशहूर फिल्म निर्माता अल्लू अरविंद के बेटे हैं। उनके दादा जाने-माने हास्य अभिनेता अल्लू रामलिंगैया थे, जिन्होंने 1,000 से अधिक फिल्मों में काम किया।
दादा ने किया था 1000 फिल्मों में काम
अल्लू अर्जुन के दादा अल्लू रामालिंगय्या अपने समय के बड़े साउथ सुपरस्टार रहे हैं, जिन्होंने करीब 1000 फिल्मों में काम किया होगा। वहीं, उनके पिता अल्लू अरविंद एक प्रोड्यूसर हैं, जिन्होंने गीता आर्ट्स नाम के जरिए ‘गजनी’ और ‘मगधीरा’ जैसी बड़ी फिल्मों पर पैसा लगाया। इसके अलावा वह रणबीर कपूर की ‘रामायण’ को भी प्रोड्यूस करने वाले हैं, जिसका बजट 835 करोड़ रुपए है।
NASA जाना चाहते थे अल्लू अर्जुन
आज पैन इंडिया स्टार के रूप में फेमस हुए अल्लू अर्जुन कभी एक्टर नहीं बनना चाहते थे। बचपन में वह कभी पियानो टीचर, कभी मार्शल आर्ट्स तो कभी NASA में काम करना चाहते थे। हालांकि आखिर में उन्होंने एनिमेशन में कुछ करने का मन बनाया, जिसके लिए उन्होंने डिग्री भी ली लेकिन कुछ दिन विज़ुअल इफेक्ट सुपरवाइज़र रहने के बाद भी मामला जमा नहीं।
सुपरस्टार चिरंजीवी से गहरा कनैक्शन
फिर उनके फूफा यानि साउथ के जानेमाने सुपरस्टार एक्टर चिरंजीवी के साथ उन्होंने बतौर बाल कलाकार काम किया। जब उन्होंने एक्टिंग शुरू की तो उन्हें मजा आने लगा और उन्होंने इसी में अपना करियर बनाने का फैसला कर लिया। अल्लू अर्जुन ने 1985 में चिरंजीवी की ‘विजेता' से एक बाल कलाकार के रूप में शुरुआत की। वर्ष 2003 में, उन्होंने ‘गंगोत्री' के साथ मुख्य भूमिका में शुरुआत की। ‘‘पुष्पा'' फिल्म का निर्देशन करने वाले सुकुमार ने अर्जुन को ‘आर्या' के साथ उनकी पहली हिट फिल्म दी थी। इस फिल्म ने अभिनेता को बुलंदियों पर पहुंचा दिया। उनका पारिवारिक संबंध तेलुगु सिनेमा के एक और मौजूदा अभिनेता राम चरण से भी है, जो अभिनेता चिरंजीवी के बेटे हैं।
पुष्पा से मिली प्रसिद्धी
‘‘पुष्पा: द राइज'' उनके करियर का महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ, जिससे उन्हें देशभर में प्रसिद्धि मिली और फिल्म का दमदार संवाद ‘‘झुकेगा नहीं'' आज भी लोगों की जुबान पर है। इस फिल्म में अल्लू अर्जुन द्वारा निभाए गए किरदार पुष्पराज के अपनी दाढ़ी पर हाथ फेरने का दृश्य इतना मशहूर हुआ कि पूर्व आस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डेविड वार्नर जब कभी शतक लगाते उनकी इस मुद्रा का अनुसरण करते।