हिमाचल प्रदेश में फंसे सभी पर्यटक सुरक्षित
शिमला, 11 जुलाई (निस)
भारी वर्षा और बाढ़ के कारण हिमाचल प्रदेश में फंसे सभी पर्यटक सुरक्षित हैं और सरकार इनका परिवार की तरह ख्याल रख रही है। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज मंडी में अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत के दाैरान यह जानकारी दी। उन्होंने प्रदेश में फंसे पर्यटकों के परिजनों को भरोसा दिलाया कि वे किसी भी प्रकार की चिंता न करें। प्रदेश में आया हर सैलानी प्रदेश का मेहमान है।
अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में अगले 24 घंटों में चार हजार पेयजल आपूर्ति योजनाएं बहाल कर दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि मंडी जिले में सभी मुख्य रूटों पर बस सेवा बहाल कर दी गई है। अग्निहोत्री ने मंडी में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का भी दौरा किया और पीड़ितों की समस्याएं सुनीं।
भारी वर्षा और भूस्खलन के कारण प्रदेश में पांच राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 1235 से अधिक सड़कें बंद हैं। हिमाचल में मौजूदा मानसून के दौरान भारी वर्षा, बाढ़ और भूस्खलन से जुड़ी घटनाओं में 80 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 27 की मौत बीते तीन दिन में हुई है। प्रदेश में 2577 ट्रांसफार्मर और 1418 पेयजल योजनाएं बंद हैं। कुल्लू जिले में बिजली और संचार सेवाएं चार दिन से पूरी तरह ठप हैं। सभी सड़क संपर्क टूट जाने के चलते कुल्लू घाटी में आवश्यक वस्तुओं की भारी कमी हो गई है। इस बीच आज दोपहर बाद मंडी से कमांद होकर कुल्लू के लिए सड़क को हल्के वाहनों के लिए बहाल कर दिया गया। कुल्लू के उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने कहा कि जिले के बरशैणी, पुलगा, तुलगा और तोश जैसे पर्यटक स्थलों पर 500 से अधिक सैलानी फंसे हुए हैं।
भारी वर्षा और भूस्खलन के कारण राज्य पथ परिवहन निगम के 1000 से अधिक रूट बंद हैं और 400 से अधिक बसें अलग अलग स्थानों पर फंसी हुई हैं।
इस बीच मौसम विभाग ने आज राज्य के शिमला, किन्नौर और सिरमौर ज़िलों में भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग ने इन जिलों में फ्लैश फ्लड का रेड अलर्ट भी जारी किया है।
कांग्रेस ने भी खोला नियंत्रण कक्ष : हिमाचल प्रदेश कांग्रेस ने राज्य में भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए पार्टी मुख्यालय शिमला में सूचना और समन्वय कक्ष स्थापित किया है। नियंत्रण कक्ष में दूरभाष नम्बर 0177-2650169 और 0177-2805522 पर कोई भी व्यक्ति सहायता के लिए संपर्क कर सकता है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने केंद्र सरकार से इस आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की भी मांग की और हिमाचल को विशेष आर्थिक पैकेज देने का आग्रह किया।
भाजपा प्रभावित लोगों के साथ
हिमाचल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल ने कहा कि प्रदेश में आई आपदा की इस घड़ी में उनकी पार्टी प्रभावित लोगों के साथ खड़ी है। बिंदल ने आज शिमला में कहा कि पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता प्रभावित इलाकों में लोगों की मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भारी वर्षा के बावजूद आज मंडी जिले के थुनाग का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। जयराम ठाकुर ने कहा कि थुनाग में आई बाढ़ में आधे से अधिक बाजार तबाह हो गया है।
शिमला में जबरदस्त पेयजल संकट
हिमाचल प्रदेश में हो रही भारी वर्षा और बाढ़ से राज्य में अधिकांश स्थानों पर लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। राजधानी शिमला में चार दिन से पानी की आपूर्ति पूरी तरह से बंद है। ऐसे में लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस गए हैं। शिमला जल प्रबंधन निगम ने पेयजल संकट को देखते हुए आज से शहर के विभिन्न हिस्सों में टैंकरों से पानी की आपूर्ति आरंभ की है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने किया बाढ़ प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण
हमीरपुर (निस) : मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को हवाई सर्वेक्षण करके बारिश से हुए नुकसान का जायजा लिया। जिले के नादौन से दोपहर को मुख्यमंत्री सुक्खू ने चौपर से कुल्लू-मनाली के लिए उड़ान भरी। मुख्यमंत्री बाढ़ प्रभावित 4 जिलों का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने इस दौरान आपदा से हुए नुकसान का आकलन कर अौर प्रभावितों से बातचीत कर अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य के निर्देश दिए। सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री सुक्खू ने हरियाणा सरकार से हैलीकॉप्टर मांगा है, क्योंकि राज्य सरकार के पास अप्रैल महीने से ही अपना हेलीकॉप्टर नहीं है। हिमाचल को दूसरा बड़ी हैलीकॉप्टर भी मिल गया है। इससे विभिन्न जगहों पर फंसे लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है। मंडी में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री भी पुरानी मंडी में बाढ़ प्रभावितों से बात करने के लिए पहुंचे। वहीं राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी भी मंडी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने लाहौल स्पीति से लौटने के बाद बाढ़ प्रभावित धर्मपुर-सरकाघाट और मंडी जिले के आपदा प्रभावित अन्य क्षेत्रों का दौरा किया व जिला प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इससे पहले उन्होंने कुल्लू जिले में नुकसान का जायजा लिया। स्पीति में मुख्यमंत्री ने रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी भी की और राहत शिविरों में लोगों से बातचीत की। सीएम ने ब्यास सदन और गुरुद्वारा साहिब में बाढ़ प्रभावितों से मिलकर उनका दर्द जाना।
छुट्टियों में बदलाव
शिमला (निस) : हिमाचल प्रदेश में हो रही भारी वर्षा और भूस्खलन को देखते हुए शिक्षा विभाग ने स्कूलों में ग्रीष्मकालीन और मॉनसून अवकाश की तारीखों में परिवर्तन किया है। उच्च शिक्षा निदेशक द्वारा आज कार्यालय आदेशों में कहा गया है कि कुल्लू जिला के स्कूलों में 10 जुलाई से एक अगस्त तक 23 दिन का मॉनसून अवकाश रहेगा। लाहौल स्पिति जिला में 10 जुलाई से 20 अगस्त तक ग्रीष्माकालीन अवकाश घोषित किया गया है। किन्नौर और चंबा जिला के पांगी तथा भरमौर में 10 जुलाई से 15 जुलाई तक 6 दिन का मॉनसून अवकाश घोषित किया गया है जबकि शीतकालीन अवकाश वाले अन्य स्कूलों में भी 10 जुलाई से 15 जलाई तक मॉनसून अवकाश रहेगा।
एचएएस परीक्षा स्थगित : हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग ने 23 जुलाई को होने वाली एचएएस की प्रारंभिक परीक्षा को स्थगित कर दिया है। यह निर्णय प्रदेश में भारी वर्षा और बाढ़ से उत्पन्न स्थिति के दृष्टिगत लिया गया है। आयोग के सचिव डी.के.रतन ने कहा कि अब यह परीक्षा 20 अगस्त को ली जाएगी।