For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

प्रचार के आखिरी दिन सभी पार्टियों ने झोंकी पूरी ताकत

10:40 AM Sep 04, 2024 IST
प्रचार के आखिरी दिन सभी पार्टियों ने झोंकी पूरी ताकत
चंडीगढ में मंगलवार को पीयू छात्र संघ चुनाव में प्रचार करते सीवाईएसएस के समर्थक छात्र-छात्राएं। -दैनिक ट्रिब्यून

जोगिंदर सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 3 सितंबर
पीयू छात्र संघ चुनाव में प्रचार के आखिरी दिन आज सभी छात्र संगठनों ने पूरी ताकत लगा दी। यूआईएलएस में सीवाईएसएस के प्रत्याशी प्रिंस चौधरी और उनके पैनल से उप-प्रधान पद के लिये खड़े यूएसओ के करण भट्टी, इनसो के विनीत यादव और एचपीएसयू के रोहित शर्मा की टीम ने वोटरों से वोट की अपील की।
दूसरे सबसे बड़े विभाग से होने के नाते प्रिंस चौधरी का फोकस अपने विभाग पर सबसे ज्यादा है। विनीत यादव भी यूआईएलएस से हैं इसलिये उनके पूरे पैनल का सबसे ज्यादा जोर यूआईएलएस पर ही लगा है।
बाद में प्रिंस चौधरी के समर्थकों ने टीम के साथ कैंपस के विभिन्न विभागों से होते हुए स्टूडेंट सेंटर पर रोड शो करते हुए खूब नारेबाजी की। दूसरी ओर एनएसयूआई आपसी फूट और बगावत के बावजूद सीवाईएसएस के प्रिंस चौधरी के पैनल को कड़ी चुनौती पेश कर रही है। एबीवीपी से आये राहुल नैन को पिछले साल के कौंसिल प्रधान जतिंदर सिंह का साथ मिला हुआ है और वे स्वयं भी पीयू के तीसरे बड़े विभाग लॉ से संबंध रखते हैं।
लॉ विभाग में 1100 वोट हैं, हालांकि प्रधानी के लिये खड़े मुकुल भी इसी विभाग से हैं लेकिन उनका कोई खास प्रचार दिखायी नहीं पड़ रहा। मनोज कुमार लुबाणा मौजी हालांकि खुलकर उनके लिये प्रचार करते नहीं दिख रहे क्योंकि सिकंदर बूरा के बगावत करने बाद से वे भी इसमें कोई ज्यादा रुचि नहीं ले रहे।
एनएसयूआई के दूसरे गुट भी सीन से गायब से दिख रहे हैं हालांकि सूचना है कि वे परदे के पीछे रहकर कोई ‘खेल’ रच रहे हैं। दूसरा उप-प्रधान पद पर खड़े एनएसयूईआई के अर्चित गर्ग काफी लोकप्रिय बताये जाते हैं। इसी तरह से सचिव पद के लिये खड़े पारस पराशर फिजिक्स विभाग से हैं जो साइंस का सबसे बड़ा विभाग है। अन्य साइंस के विभागों से भी उसे अच्छा-खासा समर्थन हासिल है। संयुक्त सचिव पद के लिये सोशल वर्क के यश कपासिया को भी आर्ट्स ब्लॉक में ठीकठाक मत मिल सकते हैं।
छात्र संघ चुनाव में मुकाबले को तिकोना बनाने में जुटी एबीवीपी की अर्पिता भी यूआईएलएस विभाग से है। इसका उसे थोड़ा नुकसान इसलिये भी हो रहा है क्योंकि प्रिंस चौधरी भी इसी विभाग से है, इसलिये प्रधानी का वोट बंटना तय है। उप-प्रधानी के लिये ताल ठोक रहे डिफेंस स्टडीज विभाग के अभिषेक कपूर और सचिव के लिये खड़े सांख्यिकी विभाग के शिवनंदन रिखी के अलावा संयुक्त सचिव पद के लिये चुनौती पेश कर रहे जसविंदर सिंह उर्फ जस्सी राणा पैनल के सबसे दमदार प्रत्याशी हैं।
एनएसयूआई से बगावत के बाद बने स्टूडेंट फ्रंट की ओर से प्रधान पद पर खड़े केमिस्ट्री विभाग के अनुराग दलाल ने सचिव पद के लिये खड़े सोपू पार्टी के जश्नप्रीत सिंह (यूआईएएमएस) से गठजोड़ किया है। ये दोनों एक-एक पद पर ही चुनाव लड़ रहे हैं। दोनों के ही विभाग निश्चित तौर पर बड़े हैं और दोनों ही विभागों से कोई अन्य प्रत्याशी किसी सीट पर चुनाव नहीं लड़ रहा है। अंबेडकर स्टूडेंट फ्रंट की ओर से अलका, सोई की ओर से तरुण सिद्धू पीएसयू ललकार की ओर से साराह शर्मा भी अध्यक्ष पद के लिये चुनाव मैदान में हैं।
पुसू पार्टी की ओर से अंतिम बंगा संयुक्त सचिव के लिये किस्मत आजमा रहे हैं और आईएसओ के तेजस्वी दलाल व एबीवीपी से बगावत करके एचएसए में गये शुभम भारद्वाज भी इसी पद के लिये चुनाव मैदान में हैं। कट्टर विचारों वाली ‘सत्थ’ पार्टी की ओर से इस बार करणदीप सिंह को उप-प्रधानी के लिये उतारा गया है। एसएफएस व पीएसयू ललकार और अन्य वाम विचारों वाले संगठनों का समर्थन करणदीप को अवश्य मिल सकता है। शाम के समय सभी ग्रुपों ने प्रचार थमने से पहले रोड शो निकाले और शक्ति प्रदर्शन किया। एबीवीपी, सीवाईएसएस, एनएसयूआई के पैनलों ने जोरदार नारेबाजी के साथ सभी हॉस्टलों का दौरा किया और वोट की अपील की।

Advertisement

Advertisement
Advertisement