अखिल भारतीय उत्तर प्रदेश वेलफेयर एसोसिएशन ने प्रशासक को लिखा पत्र
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 17 दिसंबर (हप्र)
अखिल भारतीय उत्तर प्रदेश वेलफेयर एसोसिएशन, चंडीगढ़ की एक बैठक संस्था के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजीव वर्मा की अध्य्क्षता में हुई जिसमें चंडीगढ़ में बिजली विभाग के निजीकरण के मुद्दे पर विचार-विमर्श करके चंडीगढ़ के प्रशासक को पत्र लिखा, जिसमें उनसे बिजली विभाग के निजीकरण की प्रक्रिया रोकने की गुजारिश की गई है।
संजीव वर्मा ने बताया कि चंडीगढ़ के उपभोक्ताओं को अन्य प्रदेशों की तुलना में उचित दरों पर बिजली उपलब्ध हो रही है। सभी उपभोक्ता चंडीगढ़ विद्युत विभाग की सेवाओं से संतुष्ट हैं क्योंकि जैसे ही कोई विद्युत समस्या उत्पन्न होती है, विभाग के कर्मचारी तुरंत कार्रवाई करते हैं और समस्या का समाधान करते हैं। विभाग सुचारू रूप से कार्य कर रहा है और करोड़ों का लाभ कमा रहा है। यदि इसे निजी कंपनियों को सौंपा गया तो वे अनावश्यक शुल्क वसूलकर लाभ कमाने का प्रयास करेंगी और सरकार का उन पर कोई नियंत्रण नहीं रहेगा। विभाग के हजारों कर्मचारी निजी संगठन के अधीन हो जाएंगे, जिनमें से कई अपनी नौकरियां खो देंगे। उन्होंने कहा कि यदि विद्युत विभाग निजी हाथों में चला गया, तो केवल निजी कंपनी के हितों की पूर्ति होगी और आम जनता को नुकसान उठाना पड़ेगा। इससे पूर्व बैठक में वीएस पाठक, रामायण कुशवाह, शिवालिक वर्मा, जय प्रकाश वर्मा व परवीन गोयल आदि भी मौजूद रहे।