तनावपूर्ण हालात के बीच पीजीआई में अलर्ट मोड, आपात स्थिति से निपटने की तैयारी पूरी
चंडीगढ़, 9 मई
भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के मद्देनज़र पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ में आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों को युद्ध स्तर पर परखा गया। शुक्रवार को निदेशक प्रो. विवेक लाल ने एडवांस ट्रॉमा सेंटर (एटीसी) का निरीक्षण कर तमाम विभागों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए।
हर विभाग से पूछा – अगर अचानक घायल मरीजों की बाढ़ आ जाए तो क्या तैयार हैं?
निरीक्षण के दौरान एक-एक व्यवस्था की बारीकी से समीक्षा की गई—बेड की संख्या से लेकर वेंटिलेटर, आईसीयू क्षमता, दवाओं और इम्प्लांट्स की उपलब्धता तक। ब्लड बैंक में रक्त भंडार की स्थिति, मेडिकल स्टाफ की तत्परता और ट्रॉमा के हर पहलू को लेकर गहन विचार-विमर्श किया गया।
निरीक्षण दल में डिप्टी डायरेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन पंकज राय, ट्रॉमा, न्यूरो, ऑर्थो, मेडिसिन, एनेस्थीसिया और प्लास्टिक सर्जरी के विभागाध्यक्षों सहित आपात योजना से जुड़े प्रमुख डॉक्टर और अधिकारी मौजूद थे। सभी ने संभावित संकट के परिदृश्य में अपनी रणनीति साझा की।
निदेशक प्रो. विवेक लाल ने कहा, कोई भी चुनौती हो, पीजीआई मरीजों की जान बचाने के लिए पूरी ताकत से तैयार है। हर सेकंड कीमती होता है और हम उसी मुस्तैदी से काम कर रहे हैं।"
फील्ड में भी तैनात हुई पीजीआई की विशेषज्ञ टीम
सिर्फ संस्थान में ही नहीं, पीजीआई की एक विशेष चिकित्सा टीम को जम्मू-कश्मीर भी रवाना किया गया है। यह टीम जरूरत पड़ने पर युद्ध या बड़े आतंकी हमले जैसी स्थिति में घायल नागरिकों और जवानों का उपचार करे
जम्मू भेजी गई टीम में शामिल हैं:
एनेस्थीसिया: डॉ. अमित शर्मा, डॉ. सचिन
सर्जरी/वैस्कुलर सर्जरी: डॉ. स्वप्नेश साहू, डॉ. गोकुल कृष्णन
ऑर्थोपेडिक्स: डॉ. हिमांशु कंवर, डॉ. उदित के. जायंत
प्लास्टिक सर्जरी: डॉ. महेश, डॉ. सचिन नायर
नर्सिंग: नरेंद्र त्यागी, रमेश कुमार
सहयोगी स्टाफ: शिवनाथ, प्रदीप कुमार, लखविंदर सिंह
यह टीम गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, जम्मू में रिपोर्ट करेगी और वहां ज़रूरतमंदों की सेवा में जुटेगी।