अक्षय का अंदाज हमेशा चौंकाने वाला
असीम चक्रवर्ती
बॉलीवुड की फिजा में अकसर यह खबर वायरल होती है कि बॉलीवुड के मौजूदा दूसरे बड़े स्टार्स के अलावा अक्षय की भी विदाई जल्द हो जाएगी। लेकिन औरों की बात जानें दें, तो इस धारणा को अक्षय ने पिछले कुछ साल में बार-बार गलत साबित कर सबको खूब चौंकाया है। उनकी निरंतर व्यस्तता के चलते ही उन्हें अब एक समझदार एक्टर माना जा रहा है।
अच्छी और बुरी फिल्में
अक्षय की सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि वह एक अच्छी और कई बुरी फिल्मों के बीच में हमेशा फंसे रहते हैं। पिछले दिनों प्रदर्शित उनकी फिल्म ‘बड़े मियां छोटे मियां’ ने बाक्स आफिस में पानी तक नहीं मांगा। जबकि इससे पहले ही ‘ओह माई गॉड 2’ और ‘मिशन रानीगंज’ की रिपोर्ट सही रही थी। लेकिन इससे पहले का उनका इतिहास बहुत ही बुरा रहा है। बच्चन पांडे,राम सेतु,सेल्फी,केसरी,अंतरंग रे जैसी एक दर्जन फ्लाप फिल्में अब भी उनका पीछा कर रही हैं। पर ऐसे मौके पर अक्षय हमेशा अपनी स्थिति को मैनेज कर लेते हैं।
रिमेक है ‘सरफिरा’
एक बार फिर अक्षय अपनी नई रिलीज फिल्म ‘सरफिरा’ में एक नई तारिका राधिका मदान के साथ दिखाई पड़े। देखा जाए तो ‘अक्की’ के लिए कोई नई बात नहीं है। असल में यह फिल्म तमिल की सुधा कोंगरा की सुपरहिट फिल्म ‘सुरारई पोटरु’ का हिंदी रीमेक है। इसे भी सुधा ने ही डायरेक्ट किया है। हमेशा की तरह यह भी अक्षय के सेटअप की फिल्म है। पिछले दिनों कई बड़ी फ्लाप के बाद अक्षय अपनी फिल्मों का स्टारकास्ट बहुत छोटा रखने लगे हैं। पिछले दिनों छोटे स्टारकास्ट की अपनी कुछ फिल्मों की सफलता के बाद उनमें यह नया परिवर्तन आया है। ‘सरफिरा’ में भी उनके अलावा सिर्फ विख्यात चरित्र अभिनेता परेश रावल उनके साथ हैं।
क्यों डगमगा जाते हैं
बावजूद इसके अक्षय के बारे में यह माना जाता है कि फिल्मों के चयन के मामले में उनकी सोच हमेशा सतही होती है। जिसके चलते वह फिल्म के स्क्रिप्ट को कतई नजरअंदाज कर जाते हैं। यकीन न हो तो उनकी कई फ्लाप फिल्मों में से किसी एक की भी स्क्रिप्ट का मूल्यांकन कर लें। यही नहीं, वह अच्छे निर्देशकों को भी जल्द अपने आपसे दूर कर लेते हैं। नीरज पांडे के साथ अच्छी फिल्म ‘स्पेशल 26’ करने वाले अक्षय के साथ नीरज ने दोबारा काम नहीं किया। उन पर यह आरोप लगता रहा कि अन्य बड़े सितारों की तरह वह भी अपने इर्द-गिर्द चाटुकार लोगों को ज्यादा प्रश्रय देते हैं। हालांकि, बीते कुछ वक्त से कुछ गिनती के सलाहकारों पर ही ध्यान न देकर उन्होंने नये लोगों को मौका देना शुरू किया है। जाहिर है इसका प्रतिफल उन्हें अच्छा मिल रहा है।
सफलता का नुस्खा
अक्षय अपनी सफलता को लेकर काफी आश्वस्त दिखाई पड़ रहे हैं। जबकि उनकी पिछली कुछ फिल्मों का निष्पक्ष जायजा लें, तो इनके ताजा रिपोर्ट कार्ड से खुद अक्षय भी ज्यादा संतुष्ट नहीं होंगे। पर कुछेक फ्लॉप के बाद बॉलीवुड को चौंकाना उन्हें बखूबी आता है। शायद इसके चलते ही वह अपनी फिल्मों की झोली को कभी खाली नहीं होने देते। ताजा हालत यह कि अक्षय हालिया रिलीज अपनी फिल्म सरफिरा के अलावा स्काई फोर्स, कनप्पा, सिंघम अगेन, खेल खेल में, जॉली एएलबी-3, शंकरा, वेलकम टु द जंगल को लेकर व्यस्त हैं। इनमें कनप्पा, सिंघम अगेन में तो उनका कैमियो रोल है। इससे ही साफ हो जाता है कि वह समझदारी से अपने कैरियर की प्लानिंग करते हैं। ताकि किसी भी तरह की फिल्मी पराजय उन्हें अपने लपेटे में न ले सके।
अनुशासित जीवन का लाभ
निश्चित तौर पर उनकी इस सफलता में उनके अनुशासित जीवन की बहुत बड़ी हिस्सेदारी है। वे दो टूक कहते हैं-मैं औरों की बात नहीं जानता हूं। मेरे लिए नियम से जीवन-यापन करना सबसे जरूरी है। सिर्फ ग्लैम इंडस्ट्री में ही नहीं, आप किसी भी क्षेत्र में काम कीजिए, अपने जीवन को हमेशा कंट्रोल करके चलना पड़ेगा।
फिटनेस है बड़ा आधार
उनकी इस सफलता में उनकी फिटनेस हमेशा उनका मजबूत आधार रहा है। पिछले कई सालों से वह अपनी रूटीन लाइफ से जरा भी पीछे नहीं हटे हैं। आज भी वह बहुत तड़के उठकर अपनी दिनचर्या शुरू कर देते हैं। शूटिंग न हो तो अमूमन रात आठ बजे के बाद वह बिस्तर पर चले जाना पसंद करते हैं। चित्र : लेखक