बिक्रम मजीठिया सहित अन्य के खिलाफ कार्रवाई करेगा अकाली दल
विकास कौशल/निस
बठिंडा, 9 मार्च
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह और श्री दमदमा साहिब से ज्ञानी सुल्तान सिंह को हटाए जाने के फैसले पर नेताओं द्वारा असहमति जताई है। जिसके बाद शिरोमणि अकाली दल में भी बागी सुर उठने लगे हैं। अकाली दल के कई नेता इस फैसले के खिलाफ सामने आये हैं। जिसके बाद अब चंडीगढ़ में अकाली दल की संसदीय बोर्ड की बैठक हुई है, जिसमें फैसला लिया गया है कि अनुशासन समिति पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी करेगी। वरिष्ठ अकाली नेता दलजीत सिंह चीमा ने सोशल मीडिया एक्स पर जानकारी देते हुए लिखा कि शिरोमणि अकाली दल के कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ ने पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा शिरोमणि कमेटी और शिरोमणि अकाली दल के फैसलों के खिलाफ दिए गए बयानों, वीडियो का कड़ा नोटिस लिया है। इस मुद्दे पर आज चंडीगढ़ में हुई संसदीय बोर्ड की बैठक में चर्चा की गई। बैठक में गुलजार सिंह रणिके, जनमेजा सेखों, महेशइंदर ग्रेवाल, हीरा सिंह गाबड़िया और डॉ. दलजीत सिंह चीमा शामिल हुए। उन्होंने कहा कि अनुशासनहीनता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मजीठिया ने यह कहा था
जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह को हटाए जाने के बाद बिक्रम मजीठिया ने कहा था कि जिस तरह से जत्थेदार को हटाया गया, उससे सिख समुदाय के दिलों को गहरी ठेस पहुंची है। वे शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की आंतरिक समिति के फैसले से सहमत नहीं हैं। अकाली दल और सुधार लहर के नेताओं की आपसी गुटबाजी के कारण आज दल कई साजिशों का शिकार हो रहा है। मजीठिया ने कहा कि अकाल तख्त साहिब द्वारा जन्मी क्षेत्रीय पार्टी शिरोमणि अकाली दल को आज एकजुट होने की जरूरत है।