सोनीपत में वायु गुणवत्ता सूचकांक 316 दर्ज
सोनीपत, 17 दिसंबर (हप्र)
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल सोनीपत में प्रदूषण बेहद खराब स्तर पर पहुंच गया है। वातावरण में हल्का स्मॉग छाया हुआ है, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। सांस के मरीजों की दिक्कत बढ़ गई है। साथ ही गले में खराश महसूस होने लगी है। प्रवाह कम होने से स्मॉग के कारण हवा दमघोंटू बनने लगी है।
मौसम में सर्दी के साथ ही हवा का प्रवाह कम होने से वायु प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगा है। हल्की स्मॉग छाने लगी है। जिले का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) लगातार बढ़ रहा है। यह बेहद खराब स्तर पर जा चुका है। मंगलवार एक्यूआई 316 दर्ज किया गया। एक दिन पहले यह 235 था। सर्दी बढ़ने के साथ ही प्रदूषण के स्तर में और इजाफा होने का आशंका है। वहीं पीएम-10 का स्तर 406 व पीएम 2.5 का स्तर 364 तक पहुंच गया है। यह स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हैं। इसमें लोगों को परेशानी होने लगती है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी प्रदीप सिंह ने कहा कि प्रदूषण फैलाने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। जहां पर भी प्रदूषण फैलाने वाले कारक दिखाई देते हैं तो उन्हें लेकर कार्रवाई की जाती है। केवीके जगदीशपुर सोनीपत के मौसम वैज्ञानिक डॉ. प्रेमदीप ने कहा कि हवा की गति धीमी होने से कोहरा छाने की संभावना है। 22 दिसंबर तक मौसम शुष्क रहेगा। उत्तरी व उत्तर-पिश्चमी ठंडी हवा हल्की गति से चलेगी। दिन-रात्रि के तापमान में गिरावट आ सकती है।
ग्रैप-4 के नियम हुए लागू, कार्रवाई का अभाव
ग्रैप-4 के नियम फिर से लागू कर दिए गए हैं। नियम लागू होने बाद ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। अभी भी खुले में निर्माण सामग्री पड़ी है। खुले में निर्माण सामग्री को डाला जा रहा है। हवा का प्रवाह कम होने से जिले के न्यूनतम तापमान में हल्की बढ़ोतरी तो अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। दिन में धूप खिलने से लोगों को ठंड से आंशिक राहत मिली। आसमान पर हल्के बादल भी छाए रहे। मंगलवार को जिले का अधिकतम तापमान 21.9 और न्यूनतम तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।