दिल्ली में वायु प्रदूषण गंभीर, सांस लेना हुआ दूभर
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
नयी दिल्ली, 24 अक्तूबर
बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण नयी दिल्ली में सांस लेना दूभर हो गया है। यह लगातार चौथे दिन भी बहुत खराब श्रेणी में रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बृहस्पतिवार शाम 4 बजे 306 दर्ज किया गया। अन्य एनसीआर क्षेत्रों- फरीदाबाद (142), गुरुग्राम (239), गाजियाबाद (272), ग्रेटर नोएडा (214), नोएडा (169) में वायु गुणवत्ता दिल्ली की तुलना में बेहतर रही। सुबह ही दिल्ली में धुंध की मोटी परत दिखी। हालांकि, हवा की गुणवत्ता बुधवार के 364 एक्यूआई से थोड़ी बेहतर हुई, जो इस सीजन में शहर का सबसे खराब एक्यूआई था। पिछले चार दिन से दिल्ली का एक्यूआई 300 से ऊपर चल
रहा है।
वायु प्रदूषण की चुनौती से निपटने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल ने दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के साथ बैठक की। इसमें मुख्यमंत्री आतिशी, डीडीएमए की उपाध्यक्ष हैं, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय, मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। उपराज्यपाल ने वायु प्रदूषण के आंतरिक स्रोतों को कम करने पर जोर दिया, जिसमें वाहनों से निकलने वाले उत्सर्जन के अलावा आंतरिक रूप से सबसे बड़ा योगदान धूल का है।
कब कितना रहा एक्यूआई
21 अक्तूबर - 310
22 अक्तूबर - 327
23 अक्तूबर - 364
24 अक्तूबर - 306
हरियाणा के तीन जिलों में स्थिति खराब
पानीपत (ट्रिन्यू) : हरियाणा में पानीपत, करनाल और कुरुक्षेत्र जिले में वायु गुणवत्ता गंभीर दर्ज की गई। पिछले 24 घंटों में पानीपत में एक्यूआई 450 दर्ज किया गया। करनाल में यह 402 और कुरुक्षेत्र में 420 दर्ज किया गया। अम्बाला, भिवानी, चरखी दादरी, गुरुग्राम, हिसार, जींद, कैथल और रोहतक में वायु गुणवत्ता बहुत खराब दर्ज की गई। हरसैक सैटेलाइट रिपोर्ट के अनुसार राज्य में कुल 15 आग की घटनाएं दर्ज की गईं।
पंजाब में भी हालात िचंताजनक
पटियाला (ट्रिन्यू) : पंजाब के कई जिलों में प्रदूषण बढ़ना शुरू हो गया है। मंडी गोबिंद राज्य का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जहां एक्यूअाई 222 पहुंच गया। अमृतसर में एक्यूआई 214 और जालंधर में 176, लुधियाना में 156 रहा। राज्य में बृहस्पतिवार को खेतों में पराली जलाने की 40 घटनाएं दर्ज की गईं। इसके साथ ही खेतों में पराली जलाने की कुल संख्या 1638 पहुंच गई।
मैंने सुबह की सैर बंद कर दी : सीजेआई
भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ ने बृहस्पतिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण उन्होंने सुबह की सैर पर जाना बंद कर दिया है। सीजेआई चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि उनके चिकित्सक ने उन्हें सुबह बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है, क्योंकि सांस संबंधी बीमारियों से बचने के लिए घर के अंदर रहना ही बेहतर है।