पंचतत्व में विलीन हुए गांव लोहारी राघो के रहने वाले वायु सेना के वीर जवान कमल कंबोज
नारनौंद , 8 मई (निस)
हिसार के नारनौंद उपमंडल के गांव लोहारी राघो के रहने वाले भारतीय वायु सेना के वीर जवान कमल कंबोज का बृहस्पतिवार को वायु सेना सैनिक व पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बड़ी संख्या में क्षेत्रवासियों व प्रशासनिक अधिकारियों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी। वे भारतीय वायु सेना में अग्निवीर योजना के तहत कार्यरत थे।
वीर जवान कमल कंबोज लद्दाख में थे तैनात
सेना के जवान गांव लोहारी राघों निवासी कमल कंबोज की पिछली पोस्टिंग लद्दाख में थी, जहां से वो छुट्टी पर अपने घर आया हुआ था। हाल ही में उनकी पोस्टिंग गुजरात में कर दी गई थी। बुधवार को नारनौंद क्षेत्र के गांव मोठ और लोहारी राघों के बीच एक सडक़ हादसे में उनका दु:खद निधन हो गया था। बुधवार को हांसी के सामान्य अस्पताल में उनका पोस्टमार्टम किया गया। वीरवार की सुबह उनके पार्थिव शरीर को पूरे मान सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव लोहारी राघों लाया गया।
राजकीय सम्मान के साथ पार्थिव देह का अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर नायब तहसीलदार ओमवीर सिंह नारनौंद थाना प्रभारी बलवान सिंह व सेना के जवानों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। सरकार की तरफ से विधायक विनोद भ्याना, नायब तहसीलदार ओमवीर, चेयरमैन शमशेर कूकन, भाजपा नेता अजय सिंधु ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
भारतीय वायुसेना के जवान कमल की पार्थिव देह को एयरफोर्स की गाड़ी में लाया गया जहां घर पर पहुंचने के बाद आसपास के ग्रामीणों ने उनको श्रद्धांजलि अर्पित की और उसके बाद विशाल काफिले के साथ भारत माता की जय के नारे व युवाओं द्वारा तिरंगा हाथ में लेकर शहीद जवान की अंतिम यात्रा में शामिल हुए। अंतिम संस्कार से पहले एयरफोर्स के जवानों ने उनको सलामी दी और उसके बाद एयरफोर्स के जवानों द्वारा बंदूक से फायर करके उनको सलामी दी गई।
नायब तहसीलदार ओमवीर ने कहा कि सेना के जवान कमल को हमने श्रद्धांजलि अर्पित की है। नारनौद थाना प्रभारी बलवान सिंह ने कहा कि हमने यहां पर पहुंचकर पुलिस प्रशासन की तरफ से जवान कमल को श्रद्धांजलि अर्पित की है उन्होंने कहा कि यह दुख की घड़ी का समय है और इस दुख की घड़ी में हम परिवार के साथ हैं
वीर जवान कमल कंबोज दो साल पहले हुए थे भर्ती
जवान कमल के परिजन अशोक कुमार, पंकज, राजकुमार ने कहा कि कमल बड़ा होनहार युवा था। दो वर्ष पहले ही एयरफोर्स में भर्ती हुआ था जब भी गांव में छुट्टी पर आता था तो सभी बुजुर्गों का आशीर्वाद लेता था। बच्चों के साथ मिलकर रहता था। उन्होंने कहा कि यह परिवार का एकलौता पुत्र था इनके पिता की भी मृत्यु हो चुकी है। इसलिए परिवार में कोई भी कमाने वाला नहीं है। परिवार में अकेली उसकी मां ही बची है।
जवान की मामी आशा रानी, मौसी विमला देवी, व परमेश्वरी ने कहा कि कमल जब एक महीने का था तो उसी समय इनके पिता की मृत्यु हो गई थी। उसके बाद इनकी मां इनको अपने मायके लोहारी राघो में लेकर आ गई और यहीं पर इसका लालन पालन किया।
गांव लोहारी राघो निवासी 24 वर्षीय कमल कंबोज वर्ष 2023 से भारतीय वायु सेना में बतौर कांस्टेबल के पद पर तैनात था। कमल की पहली पोस्टिंग लद्दाख में हुई थी। 28 अप्रैल को वह छुट्टी लेकर अपने गांव आया था। भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के मध्य नजर सेना के जवानों की छुट्टियां रद्द करने का संदेश पाकर वह बुधवार को वापस ड्यूटी पर लौट रहा था।तो ये हादसा हो गया। क्षेत्रवासियों व प्रशासनिक अधिकारियों ने उनकी माता शीला देवी को ढांढस बंधाया। उनके पिता स्वर्गीय कश्मीरी लाल का कई वर्ष पहले निधन हो गया था।
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