परमाणु बम जैसा खतरा है एआई : जयशंकर
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
नयी दिल्ली, 6 अक्तूबर
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रविवार को संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की प्रभावशीलता पर सवाल उठाया। उन्होंने यह भी कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) उतनी ही खतरनाक है, जितना एक समय में परमाणु हथियार हुआ करते थे।
‘कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन’ में 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह के साथ बातचीत में जयशंकर ने चेताया, ‘एआई अगले दशक में दुनिया पर गहरा प्रभाव डालेगा। देशों को इसके दुष्परिणामों से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए।’ संयुक्त राष्ट्र को लेकर मंत्री ने एक आर्थिक कहावत का इस्तेमाल करते हुए कहा, ‘यह एक पुरानी कंपनी की तरह है, जो पूरी तरह से बाजार के साथ तालमेल नहीं बिठा पा रही, बल्कि जगह घेर रही है।’ विदेश मंत्री ने यूक्रेन-रूस युद्ध और इस्राइल-हमास संघर्ष का उल्लेख करते हुए कहा कि संकट को हल करने के लिए संयुक्त राष्ट्र कुछ भी करने में सक्षम नहीं है। उन्होंने कहा, ‘आज दुनिया में दो संघर्ष चल रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र कहा हैं? वह एक दर्शक?’
मालदीव के राष्ट्रपति का किया स्वागत
भारत की अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा के लिए रविवार को दिल्ली पहुंचे मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू का विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने स्वागत किया। जयशंकर ने भारत-मालदीव संबंधों को मजबूत करने के लिए मुइज्जू की प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने यह विश्वास भी जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुइज्जू की बातचीत से उनके मैत्रीपूर्ण संबंधों को नयी मजबूती मिलेगी।