महिलाओं के लिए अग्रदूत थीं अहिल्याबाई होल्कर : डॉ. गाबा
जगाधरी, 29 मई ( हप्र)
पुण्यश्लोका लोकमाता अहित्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डॉ. स्वाति गाबा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। जबकि साहित्यकार बलदेव राज भारतीय विशिष्ट अतिथि रहे। समाजसेवी ओमपाल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। सह विभाग कार्यवाह रामकुमार मुख्य वक्ता रहे। कार्यक्रम सरंक्षक जिला संघचालक जगाधरी रमेश धारीवाल रहे। जबकि बनारसी दास ने संयोजक की भूमिका अदा की। कार्यक्रम का आयोजन पुण्यश्लोका लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर त्रिशती जन्मजयंती आयोजन समिति की ओर से किया गया। डाॅ. स्वाति गाबा ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर महिलाओं के लिए अग्रदूत थीं। उन्होंने महिलाओं की शिक्षा पर जोर दिया और सती प्रथा को खत्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जो कार्य किए उन्हें सदियों तक याद रखा जाएगा। भारतीय संस्कृति व सभ्यता का विकास किया। राज्य की भलाई के लिए कार्य किए। संस्कृति को बचाए रखने के लिए उन्होंने मुगलों द्वारा तोडे गए मंदिरों का जीर्णोधार किया। बलदेव राज ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर ने अपने जीवन में जो कार्य किए वे आज भी सभी के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। ओमपाल ने कहा कि सामाजिक समरसता मंच के माध्यम से आज पूरे देश में अहिल्याबाई होल्कर जी की जयंती मनाई जा रही है। उनकी जीवनी को घर-घर तक पहुंचने का काम किया जा रहा है। वे एक न्यायप्रिय शासिका थी। जिसे सदियों तक याद किया जाएगा।