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रामलला के दर्शन के लिए 26 यात्रियों से  भरी एसी बस को कृषि मंत्री ने दिखायी झंडी

07:36 AM Jul 16, 2024 IST
रामलला के दर्शन के लिए 26 यात्रियों से  भरी एसी बस को कृषि मंत्री ने दिखायी झंडी
यमुनानगर में सोमवार को बस में श्रद्धालुओं से बातचीत करते कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कंवरपाल गुर्जर। -हप्र
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यमुनानगर, 15 जुलाई (हप्र)
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने सोमवार को मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना के तहत यमुनानगर जिले से अयोध्या के लिए फ्री एसी बस को झंडी दिखाकर रवाना किया। बस में 26 तीर्थयात्री सवार थे, जो अयोध्या जाएंगे और श्री राम मंदिर के दर्शन करेंगे।
इस अवसर पर कृषि मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि भगवान श्रीराम के दर्शनों के लिए जत्था रवाना किया है। एक लम्बे समय बाद अयोध्या में भगवान श्रीराम का दिव्य और भव्य मंदिर बना है जो हमारे लिए सौभाग्य की बात है। मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना के जरिए प्रदेश के श्रद्धालु नि:शुल्क देश के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों के दर्शन करेंगे। इसके लिए प्रदेशभर के विभिन्न जिलों से अब तक कई एसी वोल्वो बसें सरकार की तरफ से रवाना की जा चुकी है और सैकड़ों यात्री अयोध्या सहित अन्य तीर्थ स्थलों का भ्रमण कर चुके हैं। इस अनोखी योजना से श्रद्धालुओं की आस्था को भी सम्मान मिल रहा है। इस अवसर पर मंत्री ने अयोध्या धाम जा रहे श्रद्धालुओं से बातचीत की और उन्हें शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर एडीसी आयुष सिन्हा व जिला सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारी डॉ. सुनील बसताड़ा, एआईपीआरओ मनोज पांडेय उपस्थित रहे।

‘ कांग्रेस पांच काम गिनवाकर दिखाए’

कांग्रेस के ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ नाम से शुरू किए गए प्रदेशव्यापी अ​भियान पर प्रदेश के कृ​षि मंत्री कंवरपाल ने तंज कसा और कहा कि हिसाब मांगने का अधिकार सबको है। भाजपा ने जो काम किया है उसका हिसाब हम देने को तैयार है। परंतु साथ ही कांग्रेस भी अपने उन 10 साल का हिसाब जनता को दे जिसने यमुनानगर समेत पूरे प्रदेश को विकास में पीछे धकेल दिया। कांग्रेस जनता को यह बताए कि उन्होंने 10 साल में यमुनानगर में क्या काम किया। कांग्रेस केवल उन पांच काम को ​ही गिनवा दे जो उन्होंने यमुनानगर में किए हैं। यदि वह पांच काम गिनवाते हैं तो हम 25 काम गिनवाएंगे। कवंरपाल गुर्जर ने कहा कि आज भी लोग उन दिनों को नहीं भूले हैं, यहां की सड़कों का क्या हाल था, यह सभी ने देखा है। यदि किसी को ​​खिजराबाद जाना होता था तो लोग जगाधरी से पहले तेलीपुरा और फिर मांडखेडी होते हुए कच्चे रास्ते से ​खिजराबाद जाते थे। हाईवे तो चलने की हालत में था ही नहीं।

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