सोनीपत भाजपा जिला अध्यक्ष राणा, जेई के बीच हुआ समझौता, विधायक रहे मध्यस्थ
गोहाना, 26 जून (निस)
6 दिन की तनातनी के बाद आखिर सोमवार को सोनीपत भाजपा के जिला अध्यक्ष तीर्थ सिंह राणा और बिजली निगम के गोहाना सिटी सबडिवीजन के जेई अनिल शर्मा के बीच समझौता हो गया। मध्यस्थता हरियाणा भाजपा के प्रदेश सचिव और राई हलके के विधायक मोहन लाल कौशिक ने की। इस दौरान किसी भी बिजली कर्मचारी का तबादला न होने को आश्वस्त किया गया तो जेई द्वारा दर्ज एफआईआर को रद्द करवाने पर भी सहमति बन गई। 20 जून की शाम को तीर्थ सिंह राणा और अनिल शर्मा में उत्तम नगर में तब विवाद हो गया था जब बिजली टीम बिजली की चोरी पकड़ने के लिए गई हुई थी। इस विवाद में बिजली कर्मचारियों ने अगले ही दिन बेमियादी धरना शुरू कर दिया। इस पर धरने के दबाव में भाजपा के जिला अध्यक्ष पर केस दर्ज हो गया। उसके बाद धरने को जारी रखते हुए बिजली कर्मचारी, तीर्थ सिंह राणा की गिरफ्तारी के लिए अड़ गए। पहले राणा ने पत्रकार वार्ता कर जेई पर गंभीर आरोप लगाए तो अगले दिन अनिल शर्मा भी पत्रकारों से मुखातिब होते हुए बहुत कुछ कह गए। दो दिन पहले भाजपा के प्रदेश सचिव और राई के विधायक मोहन लाल कौशिक बिजली कर्मचारियों के धरने पर पहुंचे। उनसे समाधान के लिए दो दिन का वक्त मांगा। सोमवार को कौशिक के साथ गोहाना नगर परिषद की चेयरपर्सन के पति इंद्रजीत विरमानी, भाजपा के जिला उपाध्यक्ष बलराम कौशिक, गोहाना जाट महासभा के पूर्व अध्यक्ष बलवान सिंह पन्नू, जनता विद्या भवन-बुटाना के पूर्व अध्यक्ष अजीत सांगवान बिजली कर्मचारियों के धरने पर पहुंचे। बिजली कर्मचारियों की ओर से प्रदेश के दो रिटायर्ड चीफ इंजीनियर एस.एन. शर्मा और एम.एस. दहिया, सिटी सबडिवीजन के एस.डी.ओ. विकास सूर्यवंशी, सर्व कर्मचारी संघ के रमेश अत्री और सुरेश यादव, हरियाणा कर्मचारी महासंघ के संजीव स्वामी और अनिल कौशिक धरना स्थल पर पहले से उपस्थित थे।
मोहन लाल कौशिक ने पहले ज्वाइंट एक्शन कमेटी की टीम की मौजूदगी में बंद कमरे में तीर्थ सिंह राणा और अनिल शर्मा के गिले-शिकवे दूर करवाए। दोनों के सब मनमुटाव दूर करने के बाद भाजपा नेता और बिजली अधिकारी वापस धरना स्थल पर पहुंचे। धरना स्थल पर कहा गया कि तीर्थ सिंह राणा और अनिल शर्मा में से कोई भी भविष्य में गलती दोबारा नहीं करेगा।
समय खराब हो तो गलती हो ही जाती है…
जब पत्रकारों ने मोहन लाल कौशिक से पूछा कि गलती किस की थी, भाजपा के प्रदेश सचिव ने बड़ा कूटनीतिक जवाब दिया कि अगली इंसान की नहीं, समय की होती है। जब समय खराब हो, इंसान से गलती हो ही जाती है। जब उन्हें कुरेदा गया कि क्या जे.ई. का बिजली चोरी पकड़ने के लिए जाना गलत था या अपने कार्यकर्ता के हक में मौके पर जिला अध्यक्ष का पहुंचना गलत था, कौशिक ने कहा कि दोनों अपनी जगह ठीक थे।