पानी थमने के बाद अब बीमारियों की बाढ़
दैनिक ट्रिब्यून टीम
चंडीगढ़, 15 जुलाई
हरियाणा, पंजाब, हिमाचल और दिल्ली एनसीआर के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में पानी कम होने के साथ ही 'बीमारियों का बम' फूटने लगा है। लोग बुखार, डायरिया, आंत्रशोथ, पेचिश व आंख आने सहित कई बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। सबसे ज्यादा मरीज बुखार के आ रहे हैं। हरियाणा में सरकार ने इन क्षेत्रों में मेडिकल कैंप स्थापित कर दिए हैं। इनमें 4738 लोग बीमार मिले हैं। मच्छरों और बदबू के कारण इन इलाकों में बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है। यही नहीं, लोगों को पीने के पानी की भी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।
हरियाणा में जलभराव वाले क्षेत्रों में अब तक 340 मेडिकल कैंप शुरू किए गए हैं। इन कैंपों में शनिवार को डॉक्टरों की टीम ने 7833 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की। इनमें से 4738 लोग अलग-अलग बीमारियों से ग्रस्त मिले। इनमें बुखार के सबसे ज्यादा 744 मरीज मिले। 944 लोग त्वचा रोग और 6 मरीज आंत के बुखार से पीड़ित मिले। आंत्रशोथ, पेचिश व आंख आने के बड़ी संख्या में मरीज मिले हैं। डॉक्टरों की टीम रिलीफ कैंप में रहने वालों के अलावा गांवों में जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करेगी। सरकार की ओर से 703 और कैंप स्थापित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही, राज्य में बाढ़, जलभराव और करंट से मरने वालों की संख्या 26 हो गयी है। 12 लोगों को सांप ने डंसा है। रेस्क्यू किए लोगों को सरकार द्वारा ओआरएस के पैकेट वितरित किए जा रहे हैं।
कैथल व गुहला चीका के निचले इलाकों में बाढ़ के पानी से मच्छरों की समस्या पैदा हो गई है। यहां बदबू से बुरा हाल है। इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल वैन टीम गांव-गांव जाकर लोगाें की जांच कर दवाइयां वितरित कर रही है। मोबाइल वैन की टीम ने शनिवार को 127 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की। सीएमओ रेणू चावला ने बताया कि एंटी लारवा पानी में डलवाया जा रहा है। उधर, कुरुक्षेत्र में भी उलटी, दस्त व बुखार के मरीज आ रहे हैं। लोग प्रभावित क्षेत्रों में फोगिंग करवाने की मांग कर रहे हैं। कुरुक्षेत्र के डीसी शांतनु शर्मा ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में एक-एक नागरिक के खाने, पीने के पानी तथा दवाइयाें का इंतजाम किया जा रहा है।
उधर, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में के आईटीओ, शाहदरा सहित निचले इलाकों के जलभराव वाले क्षेत्रों में बुखार, डायरिया व अन्य बीमारियों के मरीज आ रहे हैं।