मुख्यसमाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाब
हरियाणा | गुरुग्रामरोहतककरनाल
आस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकीरायफीचर
Advertisement

पानी उतरने के बाद अब किसानों के सामने पशु चारे का संकट

06:01 AM Aug 15, 2024 IST
प्रतिकात्मक चित्र

शाहाबाद मारकंडा, 14 अगस्त (निस)
मारकंडा नदी में भारी मात्रा में पानी आने से तबाही मचाने के बाद मारकंडा नदी अब शांत हो गई है। इसका लेवल घटकर मात्र 4200 क्यूसिक रह गया है और यह पानी भी अब आगे की ओर जा रहा है। गौशाला व बाजीगर कालोनी से भी पानी निकल गया है। दूसरी ओर कलसाना पावर हाउस से भी पानी ट‍्यूबवैल द्वारा निकाला जा रहा है लेकिन बिजली आपूर्ति सुचारू कर दी गई है। पानी उतर जाने के बाद अब किसानों के सामने पशुओं के लिए चारे की समस्या खड़ी हुई है। भाकियू के हलका प्रधान जसबीर सिंह मामूमाजरा ने मांग की है कि सरकार गौशालाओं की तर्ज पर जिन किसानों की भूमि मारकंडा नदी में है उन्हें पशुओं के चारे के लिए राशि दे। उन्होंने कहा कि शाहाबाद के अनेक गांवों में लगभग 1 हजार एकड़ भूमि में गन्ने और धान की फसल खराब हो चुकी है। उन्होंने मांग की है कि सरकार तुरंत गिरदावरी करवाकर किसानों को 50 हजार रुपए एकड़ मुआवजा दिया जाये। मामूमाजरा ने बताया कि बिजली विभाग ने घरेलू बिजली शुरू कर दी है लेकिन खेती वाले फीडर अभी बंद पड़े हैं। उन्होंने मांग की है कि बिजली विभाग खेतों की सप्लाई तुरंत शुरू करे।
दूसरी ओर गांव कठवा में अभी भी सड़कों पर पानी बह रहा है। पूर्व सरपंच अमरिंद्र सिंह ने बताया कि स्कूलों में पानी खड़ा होने के कारण बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। गांव कठवा के आसपास की निचाई वाली सारी भूूमि में खड़ी फसलें पूर्णतया खत्म हो गई हैं और किसानों के सामने चारे की समस्या बनी है। उन्होंने आरोप लगाया कि कोई भी अधिकारी आज तक उनके गांव में नहीं आया। कलसाना पावर हाउस में कंट्रोल रूम से पानी निकालकर बिजली सप्लाई मंगलवार सायं शुरू कर दी गई थी और फीडर में खड़े पानी को ट‍्यूबवैल की सहायता से निकाला जा रहा है। जे.ई. हेमंत कुमार ने बताया कि जल्दी ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।

Advertisement

Advertisement
Advertisement