सुधीर के बाद अब राजेंद्र राणा का सुक्खू को मानहानि नोटिस
शिमला, 7 अप्रैल (हप्र)
हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ वोट देकर बगावत करने वाले विधायकों पर 15-15 करोड़ रुपए में बिक जाने और अपनी आत्मा बेच देने जैसे आरोप लगाने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की मुश्किलें बढ़नी शुरू हो गई हैं। सुक्खू को कांग्रेस के बागी रहे सुधीर शर्मा (अब भाजपा में शामिल) द्वारा इन आरोपों के लिए मानहानि का नोटिस भेजे जाने के दो दिन बाद रविवार को एक अन्य बागी राजेंद्र राणा ने भी मुख्यमंत्री को इसी तरह का मानहानि का नोटिस थमा दिया है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा था कि 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव के दौरान भाजपा उम्मीदवार हर्ष महाजन के पक्ष में मतदान करने वाले कांग्रेस के 6 पूर्व बागी विधायकों और तीन निर्दलीय विधायकों सहित नौ विधायकों ने ‘अपनी आत्मा बेच दी है’।
ऊना जिले में एक रैली के दौरान सुक्खू ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया था कि कांग्रेस के बागी ‘भ्रष्ट’ हैं और उन्हें सलाखों के पीछे जाना होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के छह बागी और तीन निर्दलीय विधायक 15-15 करोड़ रुपये में बिके हैं।
हमीरपुर की सुजानपुर विधानसभा सीट से तीन बार विधायक और अब विधानसभा उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार राणा द्वारा भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि पिछले कुछ हफ्तों में सुक्खू ने उनके चरित्र को एक बेईमान राजनेता के रूप में चित्रित किया है।
राणा ने नोटिस में आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली भाषा हिमाचल प्रदेश की गौरवशाली संस्कृति और शालीनता से मेल नहीं खाती। राणा ने नोटिस में कहा है कि अगर सुक्खू इस नोटिस का जवाब नहीं देते हैं तो वह प्रदेश हाईकोर्ट में मानहानि की कार्यवाही को आगे बढ़ाएंगे।