क्या अब राजनीतिक दलों को विश्वास में लेंगे प्रधानमंत्री : कांग्रेस
नयी दिल्ली 11 जून (भाषा)
विदेश से लौटे बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात का हवाला देते हुए कांग्रेस ने बुधवार को पीएम से सवाल किया कि क्या अब वह राष्ट्रीय सुरक्षा एवं विदेश नीति से जुड़ी चुनौतियों पर संसद के मानसून सत्र में चर्चा कराएंगे और राजनीतिक दलों के नेताओं की बैठक बुलाकर उन्हें विश्वास में लेंगे?
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को विदेश से लौटे प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों से मुलाकात की थी। इन प्रतिनिधिमंडलों ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद वैश्विक स्तर पर भारत का पक्ष रखने के लिए विभिन्न देशों का दौरा किया था।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, 'अब जबकि प्रधानमंत्री स्वयं उन सात संसदीय प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों से मिल चुके हैं जिन्हें 32 देशों में भेजा गया था, तो क्या वह अब कम से कम सभी राजनीतिक दलों के नेताओं की बैठक बुलाकर उन्हें, चीन और पाकिस्तान के प्रति भारत की भावी रणनीति तथा सिंगापुर में सीडीएस द्वारा किए गए खुलासों के सामरिक निहितार्थों पर विश्वास में लेंगे?' उन्होंने सवाल किया कि संसद के मानसून सत्र में देश की सुरक्षा और विदेश नीति को लेकर क्या प्रधानमंत्री पहलगाम हमले के बाद उत्पन्न चुनौतियों पर विस्तृत चर्चा कराने को तैयार होंगे, विशेषकर जब 'इंडिया' गठबंधन की विशेष सत्र की मांग दुर्भाग्यपूर्ण रूप से ठुकरा दी गई है?
रमेश का कहना है कि क्या सरकार पहलगाम हमले के आतंकवादियों को न्याय के कटघरे में लाने के प्रयास दोगुने करेगी, जिनके बारे में रिपोर्ट है कि वे पहले भी पुंछ (दिसंबर 2023), गगनगीर और गुलमर्ग (2024) के तीन आतंकी हमलों में शामिल थे?