Maha Kumbh 2025 : महाकुंभ के बाद अयोध्या, काशी में पड़ाव
हरि मंगल
महाकुंभनगर : सनातन समाज के पावन पर्व महाकुंभ के अंतिम अमृत स्नान महाशिवरात्रि पर त्रिवेणी में डुबकी लगाने के लिए मंगलवार से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। देश के लगभग सभी राज्यों से लोग सड़क, रेल और हवाई यात्रा करके प्रयागराज पहुंच रहे हैं। इस भीड़ में लाखों लोग आसपास के जनपदों से भी हैं। श्रद्धालुओं को त्रिवेणी तट पहुंचने में 5 से 8 किमी की दूरी पैदल तय करनी पड़
रही है।
महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने वालों का आंकड़ा 64 करोड़ पार कर गया है। प्रशासनिक अधिकारी महाशिवरात्रि पर दो करोड़ से अधिक लोगों के डुबकी लगाने का अनुमान जता रहे हैं। श्रद्धालुआें की भारी भीड़ को देखते हुए नगर में पिछले 44 वर्षों से महाशिवरात्रि पर निकलने वाली शिव-पार्वती विवाह की शोभायात्रा को रोक दिया गया है। इस अवसर पर अक्षयवट भी बंद रहेगा। प्रशासन महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं से संगम के बजाय निकटतम सुलभ घाटों पर स्नान और शिव मंदिरों में दर्शन करके अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान की अपील कर रहा है।
महाकुंभ में स्नान के बाद श्रद्धालुओं का पलट प्रवाह अयोध्या और काशी की ओर हो रहा है। विभिन्न प्रदेशों से पहुंचे श्रद्धालु अयोध्या, काशी अथवा दोनों स्थानों पर जाकर दर्शन करने की योजना बना कर आये हैं। दिल्ली से पत्नी के साथ आये एक दूरसंचार कंपनी के संयुक्त महाप्रबंधक रवीश कुमार सिंह ने बताया कि चलने से पहले ही अयोध्या का कार्यक्रम बना कर आये थे। गुजरात के भरुच से आये तीर्थ यात्रियों ने बताया कि वह उज्जैन और चित्रकूट में दर्शन करके आये हैं, अब अयोध्या जाएंगे।
महाकुंभ से प्रतिदिन लाखों लोग भगवान शिव की नगरी काशी भी पहुंच रहे हैं। वहां भी मिनी कुंभ जैसा नजारा है। महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना सहित अनेक राज्यों के श्रद्धालु काशी की यात्रा पर जा रहे हैं। दक्षिण भारत के श्रद्धालुओं का काशी में शिव दर्शन पर जोर है। काशी में भी श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के कारण परंपरागत शिव बारात यात्रा को एक दिन के लिए टाल दिया गया है।
वाराणसी में महाशिवरात्रि की तैयारियां, अखाड़े निकालेंगे भव्य जुलूस
वाराणसी (एजेंसी): महाकुंभ से श्रद्धालुओं के बड़ी संख्या में आने के बीच वाराणसी में महाशिवरात्रि का उत्सव धूमधाम से मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। मण्डल आयुक्त कौशल राज शर्मा ने मंगलवार को बताया कि बुधवार को महाशिवरात्रि पर विभिन्न अखाड़े, बड़ी संख्या में संतों और नागा साधुओं के साथ श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना से पहले भव्य जुलूस निकालेंगे। इसके लिये जिला प्रशासन और काशी विश्वनाथ मंदिर प्रबंधन ने समारोह की तैयारियां पूरी कर ली हैं। उन्होंने बताया कि महाकुंभ से आए अखाड़ों के प्रमुखों और अन्य संतों के साथ मंदिर में उनके निर्धारित दौरे के बारे में चर्चा की गई है।